ग्वालियर/भोपाल। प्रदेश भर में परंपरागत कोर्स संचालित करने वाली यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों का हड़ताल का असर अब छात्रों पर पड़ने लगा है। परीक्षाएं स्थगित की जा रही हैं। रिजल्ट में देरी होने के साथ ही शैक्षणिक कैलेंडर गड़बड़ाने की आशंका है। विद्यार्थियों की परीक्षाओं में 15 दिन तक की देरी हो सकती है। रिजल्ट भी लगभग एक माह देरी से आएगा।
उच्च शिक्षा विभाग और आंदोलनकारी नेताओं के बीच किश्तों में बातचीत हुई है लेकिन अभी तक इसका परिणाम सामने नहीं आया है। विश्वविद्यालय प्रबंधन और उच्च शिक्षा विभाग कर्मचारियों की हड़ताल पर मौन साधे हुए हैं। जबकि आंदोलनकारियों का कहना है कि चर्चा का ठोस परिणाम आने के बाद ही काम पर लौटेंगे।
जेयू में 29 मई से शुरू होने वाली परीक्षाएं पहले दो दिन बढ़ा दी गई थीं, अब 7 जून तक इनको बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। इसकी सूचना गुरुवार को जारी की जाएगी। परीक्षा के मामले में सबसे ज्यादा जीवाजी यूनिवर्सिटी पिछड़ाी है, यहां पर यूजी प्रथम और द्वितीय वर्ष की परीक्षा अभी शुरू नहीं हुई है, जबकि अन्य यूनिवर्सिटी में इन परीक्षाओं के कुछ पेपर हो चुके हैं। इस तरह जेयू के सवा लाख और बीयू के 2 लाख छात्र-छात्राओं के भविष्य पर असर पड़ रहा है।