बड़वानी। प्राचार्य शैक्षणिक संस्था की रीड की हड्डी होता है उसके द्वारा जो निर्णय लिए जाते हैं उससे विद्यालय ही नहीं बल्कि विद्यालय में अध्ययनरत छात्र-छात्राओं का भविष्य भी निर्भर करता है आप अपनी संस्थाओं में अपने पदीय दायित्व का निर्वहन इमानदारी से करें मुश्किलें आ सकती है लेकिन आप अपने कर्तव्य से न डिगे क्योंकि सत्य परेशान हो सकता है पराजित नहीं ।
उक्त बातें शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय बड़वानी में चल रहे 5 दिवसीय प्राचार्य प्रशिक्षण में चतुर्थ दिवस दोपहर के सत्र में उपस्थित शासकीय संस्थाओं के 160 प्राचार्याे से मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत बड़वानी जगदीश चंद्र गोमे में कहीं । आपके द्वारा प्राचार्य से शैक्षणिक संवाद कर अपने लंबे प्रशासनिक जीवन के उदाहरणों को देकर अनुभव साझा कर बेहतर प्रशासकीय प्रबंधन किस तरह से किया जा सकता है बताया गया । साथ ही विद्यालय प्रबंधन में किन बातों का विशेष ध्यान रखना चाहिए बताया गया, आपके द्वारा निरीक्षण, शिक्षण व प्रबंधन पर विशेष जोर दिया देकर यह कहा गया कि यदि प्राचार्य इन बिंदुओं पर लगातार कार्य करेगा तो निश्चित ही विद्यालय का वातावरण ठीक होगा, जिससे परीक्षा परिणाम बेहतर हो सकेगा। जिला शिक्षा अधिकारी महेश कुमार विद्यालय द्वारा प्राचार्य प्रशिक्षण की रूपरेखा से अवगत करवाया गया, इससे पूर्व नीलेश रघुवंशी सहायक आयुक्त,जनजातीय कार्य विभाग द्वारा प्रशासकीय प्रबंधन, वित्तीय प्रबंधन, अकादमिक प्रबंधन पर नवीन जानकारियों प्रदान कर तनाव रहित सेवाकाल हेतु विभिन्न योग प्राणायाम से स्वस्थ जीवन शैली किस तरह अपनाई जा सकती है बताया।
इस दौरान सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य विभाग नीलेश सिंह रघुवंशी, जिला शिक्षा अधिकारी महेश कुमार निहाले, प्राचार्य आर एस जाधव द्वारा प्रशिक्षण में उपस्थित मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत बड़वानी जगदीश चंद्र गोमे ने जिन्हें पदोन्नत कर भारतीय प्रशासनिक सेवा अवार्ड होने पर बड़वानी जिले के शिक्षा विभाग की ओर से स्वागत कर स्मृति स्वरूप पुस्तक भेंट की गई। इस अवसर पर मनोज भावसार, प्राचार्य संतोष मिश्रा, असलम खान, अमृतलाल जोशी, इकबाल आदिल, रचना पुरोहित, संगीता राजोरिया, नलिनी सेंगर, अंतिम कुमार जैन सहित 160 प्राचार्य उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन जगदीश गुजराती द्वारा किया गया आभार संस्था प्राचार्य आर एस जाधव ने माना।