शाजापुर। नगरपालिका के सीएमओ धीरज शर्मा एक माह का कार्यकाल भी पूरा नहीं कर पाएं और उन्हें यहां से स्थानांतरित कर विदिशा भेजा गया। सीएमओ शर्मा भाजपा की गुटबाजी का शिकार हो गए। नगरपालिका में अध्यक्ष प्रेम जैन और उपाध्यक्ष संतोष जोशी के बीच आएं दिन विवाद हो रहे हैं और भाजपा पार्षद भी दोनों के बीच बंटे हुए हैं। भाजपा के अधिकांश पार्षद नगरपालिका अध्यक्ष के साथ है। विगत दिनों नगरपालिका की साधारण सभा की बैठक में भी जमकर हंगामा हुआ था और भाजपा पार्षदों ने नगरपालिका अध्यक्ष के साथ मिलकर सीएमओ की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाए थे। सीएमओ पर आरोप लगाया था वे काम नहीं करते और फाइलों पर हस्ताक्षर न होने के कारण नगर के विकास कार्य रूके हुए हैं। उसी दिन से सीएमओ की रवानगी होना तय हो गई थी और अब सीएमओ का आदेश भी आ गया। नगरपालिका अध्यक्ष और उपाध्यक्ष के विवाद के चलते भाजपा की छबि भी खराब हो रही है।
भूपेंद्र कुमार दीक्षित के जाने के बाद राकेश चौहान सीएमओ बनकर आए, लेकिन वे ज्यादा दिन शाजापुर में नहीं टिके और उन्होंने तबादला करा लिया. उसके बाद मक्सी सीएमओ खान को प्रभार मिला, लेकिन वे भी रोज-रोज की किच-किच के कारण मक्सी रवाना हो गए. इसके बाद डिप्टी कलेक्टर महेंद्र प्रताप किरार को प्रभार मिला, लेकिन इस बीच नए सीएमओ धीरज शर्मा आ गए. तो धीरज शर्मा को आए हुए 40 दिन भी नहीं हुए थे कि परिषद ने उन पर काम ना करने का ठिकरा फोड़ दिया और उन्होंने भी अपना तबादला करा लिया. अब देखना यह है कि आने वाले समय में नया सीएमओ आता है या प्रभारी से ही काम चलता है।