खरगोन। कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा ने जनसुनवाई में घरेलू विवाद, योजना के लाभ, जमीन सम्बन्धी समस्याएं जैसे आवेदनों के निराकरण के लिए सम्बंधित एसडीएम, तहसीलदार और सीईओ को समयावधि में जाँच कर रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने इस दौरान भीकनगांव में गवली पाडल्या के पदम सिंह को ट्रायसिकल देकर कलेक्टर भवन के द्वार तक छोड़ने आये। इस बीच उन्होंने दिव्यांग पदम और उनकी पत्नी को सम्मानपूर्वक सहयोग करने की बात भी कहीं। इसके अलावा उन्होंने मकान हक के नामांतरण के मामलें में मंडलेश्वर एसडीएम अनिल जैन को जांच सौपी है। साथ ही नगर का मामला होने के कारण सम्बन्धित सीएमओ को भी इस मामलें में रिपोर्ट देने के निर्देश दिए है। महेश्वर के फिरोज, नवाब, सरफराज, आशिक और सादिक ने कलेक्टर वर्मा को 9 माह से नामांतरण नहीं होने की समस्या से अवगत कराया है।
नानू सोलंकी को पहली किस्त मिली दूसरी के लिए सीईओ जांच करेंगे-
कलेक्टर वर्मा को जनसुनवाई में भगवानपुरा के नानू सोलंकी ने बताया कि उनको पीएम आवास की प्रथम क़िस्त मिल चुकी है। लेकिन द्वितीय क़िस्त के लिए रोजगार सहायक द्वारा जियो टैग किया। लेकिन 11 माह बीत जाने के बाद भी द्वितीय क़िस्त नहीं मिली है। इसकी शिकायत सीएम हेल्पलाइन पर भी की गई मगर अधिकारी ने झूठा निराकरण किया गया। कलेक्टर वर्मा ने जनपद सीईओ को कॉल कर 3 दिनों में निराकरण कर टीएल बैठक में जवाब प्रस्तुत करने के निर्देश दिए है।
12 किसानों ने किसान सम्मान निधि के लिए किया आवेदन-
जनसुनवाई में भगवानपुरा तहसील के देवझिरी गांव के 12 किसानों ने किसान सम्मान निधि प्रदान करने के लिए आवेदन प्रस्तुत किया। कलेक्टर वर्मा ने पहले तो एसएलआर खुमान सिंह को टीएल बैठक में जांच रिपोर्ट प्रस्तुत करने को कहा है।