रीवा। जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक की वार्षिक साधारण सभा की बैठक प्रशासक एवं कलेक्टर प्रतिभा पाल की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिये 2.61 करोड़ के लाभ एवं 37.81 करोड़ की आय का बजट पारित किया गया।
कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में आयोजित बैठक के सम्बोधित करते हुए कलेक्टर प्रतिभा पाल ने कहा कि बैंक की आर्थिक स्थिति में सुधार के सभी प्रयास हों। बैंक एवं सम्बद्ध सहकारी संस्थाओं से बकाया राशि की वसूली को प्राथमिकता देते हुए किसानों को सुविधा देने का कार्य समिति के सदस्य करें। उनसे अच्छा व्यवहार रखें तभी यह प्राचीन बैंक अच्छी वित्तीय स्थिति में पहुंच सकेगा। बैठक में बताया गया कि खरीफ 2022 में पैक्स के माध्यम से वितरित 10000 मी. टन की तुलना में खरीफ 2023 में 14000 मी. टन खाद वितरित की गई जबकि वर्ष 2021-22 की वसूली 35 प्रतिशत की तुलना में वर्ष 2022-23 में 41 प्रतिशत की अर्थात वसूली में 6 प्रतिशत की वृद्धि हुई। इसी प्रकार वर्ष 2021-22 के ऋण वितरण 41 करोड़ की तुलना में वर्ष 2022-23 में 68 करोड़ अर्थात 27 करोड़ का किस्पनों को किया गया। बैठक में वित्तीय वर्ष 2022-23 का वार्षिक प्रतिवेदन, अंकेक्षित वित्तीय पत्रक एवं अंकेक्षण प्रतिवेदन का अवलोकन किया जाकर स्वीकार किया गया है। इसी प्रकार वित्तीय वर्ष 2024-25 हेतु प्रस्तावित कार्यक्रम, वार्षिक अनुमानित बजट की स्वीकृति प्रदान की गई। एजेण्डावार विषयों को बैंक के मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा प्रस्तुत किया गया जिसमें विस्तृत विचार विमर्श किया गया।
बैठक में सहायक कलेक्टर सोनाली देव, उपायुक्त सहकारिता अशोक शुक्ला, मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक ज्ञानेन्द्र पाण्डेय, प्रतिनिधिगण, पैक्स समितियों के प्रशासक, सहकारिता विभाग एवं अपेक्स बैंक के अधिकारीगण उपस्थित रहे।