उज्जैन। आदिम जाति कल्याण विभाग के माध्यम से पंचम पूरा क्षेत्र में निजी भवन में संचालित छात्राओं के पोस्ट मेट्रिक हॉस्टल को खाली कराने के लिए शनिवार को आदिम जाति कल्याण विभाग के अधिकारी पहुंचे थे। इस दौरान छात्राओं ने हंगामा करते हुए हॉस्टल खाली करने से इंकार कर दिया। हॉस्टल के बाहर छात्राएं धरने पर बैठ गई। अधिकारियों का कहना है कि छात्राओं को विभाग के कन्या छात्रावास में शिफ्ट किया जा रहा है।
आदिम जाति कल्याण विभाग के पोस्ट मेट्रिक कन्या छात्रावास करीब एक वर्ष से पंचमपुरा क्षेत्र में एक तीन मंजिला निजी भवन में संचालित हो रहा है। इस हॉस्टल में महाविद्यालय में पढऩे वाली करीब 50 छात्राएं रहती है। शनिवार को विभाग के अधिकारी हॉस्टल खाली कराने पहुंचे थे। इस दौरान छात्राओं ने हंगामा करते हुए भवन खाली करने से इंकार कर दिया। छात्रा निकिता भवलिया ने बताया कि यहां से हॉस्टल जिस छात्रावास में शिफ्ट किया जा रहा है वहां कमरे भी कम है और लेट बाथ भी नही है। ऐसे में छात्राएं कैसे रहेंगी।
क्षेत्र संयोजक दीपक वैश्य ने बताया कि पोस्ट मेट्रिक हॉस्टल एक वर्ष से निजी भवन में संचालित है। भवन मालिक ने किराया राशि कम होने के कारण कलेक्टर को हॉस्टल भवन खाली करने के लिए निवेदन किया था। इसके बाद यह हॉस्टल खाली कराया जा रहा है। यहां से छात्राओं को आदिम जाति कल्याण विभाग के विक्रम वाटिका के पीछे संचालित होने वाले कन्या छात्रावास हॉस्टल में शिफ्ट किया जा रहा है। वैश्य का कहना है कि कन्या छात्रावास भवन में भी पर्याप्त कमरे है। लेटबाथ है। यदि कम रहेंगे तो एक अन्य छात्रावास में भी कमरे व लेट बाथ है। छात्राओं को परेशानी नही होगी। छात्राओं का कहना है कि निजी भवन में हॉस्टल के लिए 10 कमरे एक हॉल और अटैच लेट बाथ होने से परेशानी नही होती थी। नए भवन में परेशानी होगी।