खरगोन। शहर में आर्थिक संकट के चलते एक सूत मिल पर अचानक तालाबंदी हो गई। मजदूरों ने मिल के गेट पर लगे नोटिस को देखकर हंगामा कर दिया। इस दौरान मजदूरों ने मिल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की।
दरअसल बाजार के हालात और आर्थिक संकट के चलते जवाहरलाल नेहरू सहकारी सूत मिल पर प्रबंधन ने रोटेशन में आवश्यकतानुसार कम मजदूरो से काम कराने का फैसला लिया था। बीती रात नोटिस लगाने पर आज सुबह से हंगामा चल रहा है। करीब 500 मजदूर अपने भविष्य को लेकर घबराए तो उन्होंने सड़क पर ऊतर कर प्रदर्शन किया। मजदूरो का आरोप था। कि कई महिनो से उन्हें वेतन भी नही मिला है। मजदूरो के विरोध के बाद अचानक मिल में तालाबंदी हो गई।
रोजी रोटी के संकट को लेकर मजदूरों ने जवाहरलाल सहकारी सूत मिल के प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कहा कि बिना नोटिस दिये हमें काम करने से रोका जा रहा है। वर्षाे से काम करने वाले मजदूर अब क्या करेंगे। हमारा बाकी वेतन, बोनस और भविष्य की सारी राशि मिल प्रबंधन तत्काल दें। इस प्रदर्शन के बाद मजदूर रैली निकालकर कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और ज्ञापन सौंपा।
मिल के जनरल मैनेजर राजेन्द्र जावदे का कहना है कि सूत मिल में तालाबंदी नहीं की गई है। बाजार की हालत खराब होने से करीब 2 वर्षों से सूत मिल घाटे में चल रही है। आवश्यकतानुसार मजदूरों को बुलाने का नोटिस लगाया था। मजदूरों ने काम बंद हडताल कर दी। जिला सहकारी बैंक से लोन लेने का प्रयास कर रहे हैं।
आज अचानक तालाबंदी हो गई। मजदूरों ने जमकर हंगामा कर प्रदर्शन किया। इस दौरान मिल प्रबंधन के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर मजदूरो ने विरोध प्रदर्शन किया।