भोपाल। विधानसभा चुनाव में रिकॉर्ड 163 सीटें जीतने के बाद अब बीजेपी एमपी की 29 लोकसभा सीटें जीतने की रणनीति बना रही है। केन्द्रीय गृहमंत्री अमित शाह लोकसभा चुनाव की रणनीति पर रविवार को ग्वालियर में बीजेपी के प्रमुख कार्यकर्ताओं से चर्चा करेंगे। ग्वालियर में बीजेपी की कलस्टर मीटिंग होगी। इस बैठक में हर लोकसभा से करीब 80 प्रमुख कार्यकर्ता शामिल होंगे। ग्वालियर के होटल आदित्याज में रविवार सुबह 11 बजे से 1 बजे तक कलस्टर बैठक होगी। इस बैठक में केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह, सीएम डॉ मोहन यादव, राष्ट्रीय सह संगठन महामंत्री शिवप्रकाश, प्रदेश संगठन महामंत्री हितानंद शर्मा, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा मुख्य रूप से मौजूद रहेंगे। इस कलस्टर बैठक में करीब 350 कार्यकर्ता शामिल हो सकते हैं।
विधानसभा चुनाव में इंदौर से की थी शुरुआत
केन्द्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने विधानसभा चुनाव-2023 के पहले बीजेपी के कार्यकर्ताओं के साथ रणनीति बनाने की बैठकों की शुरुआत इंदौर से की थी। अमित शाह ने इंदौर में बीजेपी के कार्यकर्ताओं की संभागीय बैठक लेकर चुनावी रणनीति पर टिप्स दिए थे। अब शाह ग्वालियर से शुरुआत करने जा रहे हैं। ग्वालियर में रविवार को बीजेपी की लोकसभा कलस्टर बैठक होगी।
इनके के साथ लोकसभा चुनाव की रणनीति पर चर्चा करेंगे अमित शाह
लोकसभा और विधानसभा चुनाव प्रबंध समिति के सदस्यों के साथ अमित शाह चर्चा करेंगे। ग्वालियर कलस्टर में आने वाली चारों लोकसभाओं के प्रभारी, संयोजक, सह संयोजक, विस्तारक, उस क्षेत्र में रहने वाले प्रदेश पदाधिकारी, विधायक, सांसद और चुनिंदा सीनियर लीडर कलस्टर बैठक में शामिल होंगे।
ग्वालियर कलस्टर में ये लोकसभाएं शामिल
ग्वालियर कलस्टर में चार लोकसभा सीटें शामिल की गई हैं। भिंड, मुरैना, ग्वालियर और गुना लोकसभा सीटें इस कलस्टर में शामिल की गई हैं। पूर्व मंत्री और खुरई विधायक भूपेन्द्र सिंह ग्वालियर कलस्टर के प्रभारी बनाए गए हैं। इन चारों लोकसभाओं में बीजेपी के सांसद हैं।
बीजेपी की लहर में भी इस क्षेत्र में कांग्रेस को मिली मजबूती
2023 के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की ऐसी लहर चली कि 230 में से 163 सीटों पर बीजेपी के उम्मीदवार जीते। लेकिन ग्वालियर चंबल क्षेत्र की 34 विधानसभाओं में से 16 सीटों पर कांग्रेस जीतने में कामयाब रही। बीजेपी अब कांग्रेस के कब्जे वाली सीटों को भी जीतने की रणनीति बना रही है।
ग्वालियर चंबल की 16 विधानसभाओं पर कांग्रेस का कब्जा
ग्वालियर जिला- ग्वालियर, ग्वालियर दक्षिण, भितरवार में बीजेपी और ग्वालियर ग्रामीण, ग्वालियर पूर्व और ड़बरा में कांग्रेस का कब्जा है। गुना जिले की गुना, चाचौड़ा में बीजेपी, राघौगढ़, बमोरी में कांग्रेस का कब्जा। शिवपुरी जिले में शिवपुरी, करैरा, कोलारस, पिछोर में बीजेपी और पोहरी में कांग्रेस का कब्जा। दतिया जिले की सेंवढ़ा में बीजेपी, दतिया और भांडेर में कांग्रेस के विधायक हैं। अशोकनगर जिले की चंदेरी, मुंगावली में बीजेपी और अशोकनगर में कांग्रेस का कब्जा है। मुरैना जिले की सबलगढ़, सुमावली, दिमनी में बीजेपी और अंबाह, जौरा, मुरैना में कांग्रेस के विधायक हैं। भिंड जिले की भिंड, मेहगांव, लहार सीटों पर बीजेपी और अटेर, गोहद में कांग्रेस का कब्जा है। श्योपुर जिले की दोनों सीटों विजयपुर, श्योपुर में कांग्रेस का कब्जा है।
चारों सीटों पर बदल सकते हैं लोकसभा के चेहरे
ग्वालियर कलस्टर में शामिल भिंड, मुरैना, ग्वालियर, और गुना चारों लोकसभाओं बीजेपी के सांसद हैं। हालांकि, चारों सीटों पर बदलाव की संभावना है। मुरैना सांसद नरेन्द्र सिंह तोमर ने दिमनी से विधायक बनने के बाद संसद सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था। ग्वालियर सांसद विवेक शेजवलकर और भिंड़ सांसद संध्या राय की जगह नए उम्मीदवार तय होने हैं। गुना में केन्द्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को लोकसभा में उतारा जा सकता है। यदि सिंधिया नहीं लडे़ तो मौजूदा सांसद केपी यादव को फिर से मौका मिल सकता है। ऐसे में इस कलस्टर बैठक के बाद उम्मीदवारों को लेकर तस्वीर जल्द साफ हो सकती है। ऐसा माना जा रहा है कि मुरैना सीट पर पहले उम्मीदवार घोषित किया जा सकता है। ग्वालियर और मुरैना सीटों पर एक ब्राह्मण और एक क्षत्रिय उम्मीदवार उतारा जा सकता है।