नीमच। कृषि उपज मंडी नीमच के बाहर रविवार रात से लहसुन से भरे हुए वाहनों की भारी भीड़ लगी हुई हैं। मंडी का दो दिन का अवकाश होने से और लहसुन का सही भाव मिलने से बड़ी संख्या में किसान मंडी पहुंचे हैं। लगभग 500 से अधिक वाहन लहसुन मंडी के बाहर खड़े हुए हैं। किसानों ने मंडी प्रशासन पर असुविधा को लेकर भी कई आरोप लगाए हैं।
मंडी के छपरे खाली, बाहर किसानों के वाहन-
जावद तहसील के गांव गादोला से आए किसान ने कहा कि हम लोग रविवार शाम 06 बजे से यहां खड़े हैं। मंडी के बाहर सैकड़ों वाहन खड़े हुए हैं। लेकिन मंडी का गेट सोमवार सुबह 08 बजे तक नहीं खुला। जिसके कारण वाहनों की लम्बी कतार लगी हुई हैं। रात से ही भूखे प्यासे ठण्ड में ठिठुरते हुए अपनी बारी का इंतजार कर रहे हैं। मंडी के अंदर छपरे भी खाली पड़े हैं लेकिन सुबह तक गेट नहीं खोले गए हैं। जिसके कारण हमें कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा हैं।
मंडी प्रशासन की व्यवस्थाओं पर उठाए सवाल-
वहीं बड़नगर से आए किसान अर्जुन सिंह ने बताया कि नीमच मंडी में लहसुन के भाव अच्छे मिलते हैं। इसलिए रविवार शाम को ही नीमच मंडी पहुँच गए थे। लेकिन सोमवार सुबह तक गेट नहीं खुले थे। मंडी प्रशासन द्वारा न तो पीने के पानी की व्यवस्था की गई और न ही पार्किंग की सही व्यवस्था की गई हैं। करीब 500 वाहनों की लंबी कतार यहां देखी जा सकती है। बड़ी संख्या में पिकअप ट्रैक्टर और अन्य वाहनों में दूरदराज़ से किसान आए हुए हैं।
बंपर आवक के बाद 6 से 7 हजार रूपये तक टूटे भाव-
नीमच कृषि मंडी में आज करीब 12 हजार से 15 हजार बोरी लहसुन की आवक रही। उटी लहसुन 14 से 15 हजार रुपए प्रति क्विंटल तक बिकी। वहीं देसी लहसुन की बात करें तो किसानों को 13 हजार रुपए प्रति क्विंटल तक का भाव मिला। हालांकि पिछले दिनों की तुलना में भाव 6000 से 7000 रुपए प्रति क्विंटल तक टूटा है। लेकिन अधिकांश किसान आज मिल रहे भाव से संतुष्ट दिखाई दिए। माना जा रहा है कि आगामी दो सप्ताह तक भावों की यह स्थिति बनी रहेगी।