नीमच। जिले के मनासा में 01 से 07 अप्रैल तक होने वाली ख्यातनाम कथा वाचक पं. प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा निरस्त हो गई। आज सोमवार को कथा के पहले दिन कथा पांडाल पहुंचकर पं. प्रदीप मिश्रा ने स्वयं स्वास्थ्य ठीक नहीं होने का हवाला देते हुए कथा को निरस्त करने की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि गत दिनों मेरे सिर पर नारियल लग गया था। जिससे मस्तिष्क में अंदर की तरफ गहरी चोट आई है। इसीलिए चिकित्सकों ने आराम करने की सलाह दी है। मैं अस्पताल से छुट्टी लेकर सीधे आप लोगों से माफी मांगने मनासा आया हूं। आगामी वर्ष मनासा में भव्य स्तर पर कथा का आयोजन होगा और उस कथा का समूचा खर्च विठलेश सेवा समिति वहन करेगी।
आष्टा की महादेव की होली में लगी चोट-
मनासा के अक्षत नगर में 24 बीघा जमीन पर बने भव्य पांडाल में विराजित होकर पं. प्रदीप मिश्रा ने भक्तों को संबोधित करते हुए कथा निरस्ती की जानकारी दी। साथ ही उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि 29 मार्च को वे आष्टा की महादेव की होली में शामिल हुए थे। जहां किसी ने गुलाल की जगह नारियल फेंका और वह नारियल सीधे उनके सिर पर आकर लगा। नारियल लगने से मस्तिष्क के अंदर गहरी चोट आई है। पं. प्रदीप मिश्रा ने बताया कि मुझे चिकित्सकों ने आराम करने की सलाह दी है। इसीलिए इस कथा को यहीं विराम दिया जा रहा है।
हॉस्पिटल से छुट्टी लेकर सीधे मनासा आए-
पं. प्रदीप मिश्रा ने बताया कि वर्तमान में उनका अस्पताल में उपचार चल रहा था। वह अस्पताल से छुट्टी लेकर सीधे मनासा पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि मुझे बहुत दुख है कि हम मंदिरों की नगरी मनासा में कथा नहीं कर पा रहे हैं। लेकिन मैं सभी माताओं-बहनों व भक्तों से क्षमा मांगता हूं। लेकिन ये वचन देता हूं कि आगामी वर्ष में मनासा में भव्य स्तर पर शिवमहापुराण का आयोजन होगा और इस कथा का समूचा खर्च विठलेश सेवा समिति वहन करेगी। यजमान भी देवड़ा परिवार ही रहेगा।
तैयारियों पर जताया संतोष, दिया धन्यवाद-
अस्पताल से छुट्टी लेकर सीधे मनासा पहुंचे पं. प्रदीप मिश्रा ने कथा स्थल पर आयोजक कचेलिया देवड़ा परिवार द्वारा की गई व्यवस्थाओं पर संतोष जताया। साथ ही क्षेत्रीय सांसद, विधायक, कलेक्टर-एसपी, एसडीएम, नगर परिषद अध्यक्ष व अन्य को आयोजन की व्यवस्थाओं को बनाने के लिए धन्यवाद दिया।
प्रथम सुख निरोगी काया-
पं. प्रदीप मिश्रा ने कथा स्थल से कहा कि हम हमेशा कथाओं में कहते आए हैं कि प्रथम सुख ही निरोगी काया है। यदि मनुष्य स्वस्थ है तो इससे बड़ा सुख और कोई नहीं। इसीलिए अगर काया सुरक्षित रहेगी तो हम आगे भी कथा करते और सुनते आएंगे। अंत में पं. प्रदीप मिश्रा ने एक बार फिर सभी भक्तों से हाथ जोड़कर क्षमा मांगी और कहा कि आगामी वर्ष में होने वाली कथा में आप अधिक से अधिक संख्या में पधारना।
छत्तीसगढ़ में होने वाली कथाएं भी होगी निरस्त-
पं. प्रदीप मिश्रा ने बताया कि मप्र के मनासा के बाद वे बिलासपुर और छत्तीसगढ़ के आलेखोसा में श्री शिवमहापुराण कथा का आयोजन करने वाले थे। लेकिन स्वास्थ्य ठीक नहीं होने की वजह से मनासा के बाद अब इन स्थानों की कथाओं को भी निरस्त किया जाएगा। चिकित्सकों की सलाह के बाद ही आगामी कथा की जाएगी।
पूर्व में भी कथा के आयोजन मंडराया था संकट-
आपकों बता दें कि मनासा में कचेलिया देवड़ा परिवार 1 से 07 अप्रैल तक विश्व विख्यात कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा की शिव महापुराण कथा के आयोजन पर पूर्व में भी संकट मंडराया था। प्रशासन ने मनासा के अक्षत नगर में 24 बीघा खेत में बने पांडाल में व्यवस्थाओं की कमी का हवाला देते हुए कथा की अनुमति को निरस्त कर दिया था। इसके बाद विधायक अनिरूद्ध माधव मारू ने सीएम डॉ. मोहन यादव को चिट्ठी लिख कथा को अनुमति प्रदान करने की मांग की थी। इसके बाद प्रशासन ने शर्तों के साथ कथा को अनुमति प्रदान की थी।