उज्जैन। महाकाल मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था देखने वाली कंपनी क्रिस्टल एजेंसी पर ब्लैक लिस्टेड होने की तलवार लटक रही है। आए दिन हो रहे विवाद और क्रिस्टल कंपनी के कर्मचारियों का नाम अवैध वसूली सहित अन्य कारनामों में आने के बाद उज्जैन कलेक्टर सख्त नजर आ रहे हैं। कलेक्टर ने हिदायत देते हुए कहा है कि नोटिस दिए, लेकिन अब तक सुधार नहीं हो पाया है, वैकल्पिक व्यवस्था पर विचार कर रहे हैं।
हाल ही में क्रिस्टल कंपनी के एक कर्मचारी द्वारा श्रद्धालु से भस्म आरती के नाम अवैध राशि वसूलने के आरोप लगे थे। इसके बाद कंपनी ने कर्मचारी को निकाल दिया था। एक महिला श्रद्धालु ने भी कंपनी के अन्य कर्मचारी पर छेड़छाड़ के आरोप लगाए थे। साथ ही कुछ दिन पहले क्रिस्टल कंपनी के कर्मचारियों ने श्रद्धालुओं के साथ मारपीट की थी। इसके बाद मंदिर समिति ने क्रिस्टल कंपनी को नोटिस भी थमाया था।
मंदिर की व्यवस्थाओं को लेकर छवि धूमिल होने के बाद उज्जैन कलेक्टर और मंदिर समिति के अध्यक्ष नीरज सिंह ने सख्ती दिखाते हुए कंपनी को ब्लैक लिस्टेड करने का मन बना लिया है। उन्हें एक मौका और दिया गया, अगर व्यवस्था फिर भी नहीं सुधरी तो जल्द अन्य कंपनी को मंदिर की सुरक्षा का जिम्मा सौंपा जा सकता है।
कलेक्टर नीरज सिंह ने कहा कि कई जगह से राशि लेने की हाल ही में शिकायतें आई हैं। अन्य ऑप्शन है, उस पर विचार कर रहे हैं।
एक वर्ष पहले 20 करोड़ में मिला था सुरक्षा ठेका
महाकाल मंदिर प्रबंध समिति ने महाराष्ट्र की क्रिस्टल कम्पनी को एक वर्ष पहले 20 करोड़ रुपए में दो वर्ष के लिए मंदिर परिसर महाकाल लोक की सुरक्षा के लिए ठेका दिया था। कम्पनी ने शुरुआत में 400 कर्मचारी के साथ महाकाल मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था का काम संभाला था।
शाहरुख खान के बंगले से लेकर मेट्रो तक की सुरक्षा क्रिस्टल के पास
क्रिस्टल इंटिग्रेटेड सर्विसेज प्रा लि तुलजा भवानी मंदिर, बीएमसी, तमिलनाडु सरकारी अस्पताल, भ्क्थ्ब् और भ्ैठब् बैंक, डी मॉर्ट, फीनिक्स मॉल, मुम्बई एयरपोर्ट सहित शाहरुख खान के बंगले मन्नत की सुरक्षा संभाल रही है।