नीमच। शैख़ सैय्यद पठान जिला कमेटी द्वारा मृत्यु भोज जैसी कुरीतियों को समाप्त करने हेतु चलाया जा रहा जागरूकता अभियान असर दिखा रहा है। लगातार प्रयासों के चलते समाजजन अब मृत्यु भोज (सवा महीने का खाना) नहीं करने का निर्णय ले रहे हैं।
जिला कमेटी के सदर सलीम खान ने हाल ही में बघाना स्थित जाकिर गली निवासी स्व. अकरम भाई पठान (रिटायर्ड रेलवे कर्मचारी) के निधन पर उनके निवास पर पहुंचकर शौक सभा में भाग लिया। उन्होंने परिवार को सांत्वना देते हुए बताया कि मृत्यु भोज फिजूलखर्ची है और इसे रोकना चाहिए। कमेटी का संदेश है कि किसी भी सामाजिक आयोजन में कर्ज लेकर भोजन आयोजन नहीं करना चाहिए दृ चाहे वह शादी हो या गमी।
मृतक के परिजनों ने कमेटी के मार्गदर्शन पर सहमति जताते हुए सवा महीने का खाना न करने का फैसला लिया। परिजनों ने कहा कि आज तक किसी ने इस तरह समझाया नहीं, अब हम इस परंपरा को नहीं निभाएंगे।
इस मौके पर मीडिया प्रभारी आरिफ शैख़ ने जानकारी देते हुए बताया कि शोक सभा में जॉइन सेक्रेटरी मोहम्मद युनुस पठान उर्फ़ छुट्टन, खजांची ज़ाहिद कादरी, इकबाल पठान, बघाना ब्लॉक अध्यक्ष याकुब पठान, कब्रिस्तान कमेटी के सदर इस्लाम पठान, बंटी पठान, अनवर खान सहित अन्य सदस्य उपस्थित थे। कमेटी ने गमगीन परिवार के इस साहसिक निर्णय पर आभार व्यक्त किया।