कंजार्डा। भगवान श्री चारभुजानाथ की नगरी कंजार्डा में हरियाली अमावस्या का पर्व इस वर्ष भी परंपरागत हर्षाेल्लास और भक्तिभाव के साथ मनाया गया। इस अवसर पर भगवान श्री चारभुजानाथ जनता का हाल जानने शाही सवारी के रूप में नगर भ्रमण पर निकले।
सुबह 9 बजे मंदिर परिसर में विधिविधान से पूजा-अर्चना के बाद शाही सवारी प्रारंभ हुई, जो नगर भ्रमण करते हुए शाम को पुनः मंदिर परिसर पहुंची, जहां महाआरती कर भगवान को पुनः विराजमान किया गया।
भगवान की शाही सवारी में 5 डीजे, 11 ढोल, बैंड-बाजे, और जयकारों के बीच हजारों श्रद्धालु उत्साह के साथ शामिल हुए। पूरे मार्ग पर श्रद्धालुओं ने पुष्प वर्षा कर भगवान का स्वागत किया। नगर गुलाल और फूलों से सराबोर नजर आया, पूरा वातावरण भक्तिमय हो गया।
सुबह से देर रात तक भक्तों की भीड़ दर्शन के लिए उमड़ती रही। सुबह 7 बजे से प्रसाद वितरण भी शुरू हुआ जो देर रात तक चलता रहा। दूरदराज के क्षेत्रों जैसे शिवपुरिया, बरखेड़ा चौकड़ी, मनासा, नीमच, इंदौर, रतलाम, मंदसौर, जावरा, कुकड़ेश्वर, रतनगढ़, रामपुरा, भानपुरा आदि स्थानों से हजारों की संख्या में श्रद्धालु दर्शन हेतु पहुंचे।
पिछले पांच दिनों से चल रही झांकियों का भी भक्तों ने भरपूर आनंद लिया। अनुमानतः 7 से 8 हजार श्रद्धालुओं ने भगवान के दर्शन लाभ प्राप्त किए। मंदिर परिसर में दर्शन के लिए लंबी कतारें लगी रहीं।
शाही सवारी दोपहर में जब नयापुरा पहुंची, तभी इंद्रदेव की कृपा भी बरसी और हल्की बारिश के बीच भगवान की सवारी निकाली गई। बारिश के बावजूद श्रद्धालुओं के उत्साह में कोई कमी नहीं आई।
इस अवसर पर पुलिस बल पर्याप्त संख्या में मौजूद रहा। मंदिर समिति के पदाधिकारी एवं युवा स्वयंसेवक व्यवस्था में पूरी तन्मयता के साथ लगे रहे। क्षेत्र के हर निवासी को इस पर्व का साल भर बेसब्री से इंतजार रहता है, जो इस बार भी श्रद्धा और उल्लास के साथ संपन्न हुआ।