दतिया। मध्यप्रदेश के दतिया में सिंधी समाज की आस्था व विश्वास का प्रतीक पवित्र ज्योति के स्नान का पर्व शनिवार को धूमधाम से मनाया गया। गाड़ी खाना स्थित संत हजारी राम मंदिर में प्रज्ज्वलित दिव्य ज्योति को रथ में रख कर सिंधी समाज के लोगों ने विशाल चल समारोह निकला।
चल समारोह में झांकियां साथ चल रही थी, जो शहर के विभिन्न मार्गों से होते हुए करन सागर तालाब पर पहुंचे। यहां संतों ने ज्योति का स्नान कराया और वापस रथ पर विराजमान कर मंदिर ले जाया गया।
इन मार्गों से निकला चल समारोह चल समारोह में सालों से प्रज्ज्वलित ज्योति को बड़े धूमधाम से गाड़ी खाना स्थिति मंदिर से प्रारंभ कर दांतरे की नरिया, किला चौक, पटवा तिराहा, बड़ा बाजार, टाउन हॉल, बड़ी तिगेलिया होते हुए, राजगढ़ चौराहा, बम बम महादेव चौराहा से करन सागर पहुंचा। यहां पवित्र ज्योति को संतो द्वारा स्नान कराया गया। शाम को भजन संध्या के साथ पर्व का समापन किया गया।
सिंधी समाज की पवित्र ज्योति देश विभाजन के साथ सन 1947 में दतिया पहुंची थी। इसे गाड़ी खाना में स्थापित किया गया। शुरूआती दौर में सिंधी समाज के लोग सादगी पूर्ण तरीके से ज्योति को स्नान के लिए गाड़ी खाना से भांडेरी फाटक होते हुए करन सागर तालाब पर भजन कीर्तन करते हुए ले जाते थे। लगभग 30 साल पहले यानी 90 के दशक में ज्योती स्नान पर्व ने भव्य रूप लेना शुरू किया।
देश के कोने-कोने से सिंधी समाज के लोग आने लगे। ज्योति स्नान ने इतना भव्य रूप ले लिया कि देश के विभिन्न स्थानों से नामचीन बैंड व अन्य आकर्षण इसमें शामिल होने लगे। तो इसका रूट भी बदल गया। यह चल समारोह शहर के विभिन्न मार्गों से होकर करन सागर तालाब पहुंचने लगा। जिस दिन चल समारोह निकलता है तो एल लगता कि शहर में कोई भव्य आयोजन है।