उज्जैन। तराना के समीपस्थ कोटेश्वर महादेव मंदिर में श्रावण मास की दशमी तिथि को ठाकुर भंवरसिंह राजावत एवं परिवारजनो द्वारा पार्थिवशिवलिंग अभिषेक का आयोजन किया गया। जिसको पंडित राजेश शर्मा द्वारा सम्पन्न करवाया वही पंडित राजेश शर्मा द्वारा जानकारी देते बताया गया की सावन के महीने में शिवालयों में जाकर भोलेनाथ के भक्त जलाभिषेक और रुद्राभिषेक करते हैं। मगर, इस महीने में और खासतौर पर सावन माह में मिट्टी का शिवलिंग बनाकर पूजन का विशेष विधान है। इसे पार्थिव शिवलिंग भी कहा जाता है शिव महापुराण में पार्थिव शिवलिंग पूजन की महिमा बताई गई है। इसके अनुसार, पार्थिव शिवलिंग की पूजा करने से धन, धान्य, आरोग्य और संतान की प्राप्ति होती है। शारीरिक-मानसिक क्लेश से मुक्ति मिलती है और अकाल मृत्यु का डर नहीं रहता है वही राजावत परिवार के सभी परिवारजनो द्वारा सामूहिक रूप से पार्थिव शिवलिंग का अभिषेक पूजन कर पुण्य लाभ लिया साथ ही कहते है सावन की फुहार और भजन के बिन अधूरी है वही भोले के भजनो श्रदालु नाचते थिरकते दिखाई दिए वही भोले की भक्ति में आंनदपूर्ण वातावरण रहा उक्त कार्यक्रम में एक शिवलिंग रोज अभिषेक मित्र मंडली भी उपस्थित रही अंत में महाआरती कर सभी भक्तो ने महाप्रसादी का लाभ लिया।