चित्तौड़गढ़। आम पारीक समाज, मेवाड़ द्वारा आगामी द्वितीय सामूहिक विवाह सम्मेलन का आयोजन 23 नवम्बर 2025 को शक्तिपीठ मरमी मातेश्वरी, चित्तौड़गढ़ के पावन प्रांगण में भव्य रूप से किया जाएगा। यह निर्णय ऋषि पराशर मंदिर, मातृकुंडिया में आयोजित आम सभा में सामूहिक सहमति से लिया गया। बैठक की अध्यक्षता सामूहिक विवाह सम्मेलन अध्यक्ष सुरेश चंद्र पारीक (आमेट) ने की, जिन्होंने सम्मेलन को सामाजिक एकता और संस्कृति का प्रतीक बताते हुए भव्य आयोजन की बात कही। बैठक की शुरुआत संस्थान के सह महामंत्री अरविंद पारीक ने की, जिन्होंने विवाह सम्मेलन की रूपरेखा प्रस्तुत की। विवाह स्थल को लेकर व्यापक चर्चा के बाद दो प्रमुख स्थान दृ मातृकुंडिया एवं मरमी माताजी दृ का प्रस्ताव सामने आया। सामाजिक परंपरा के अनुरूप ऋषि पराशर की स्वीकृति हेतु गोटियाँ रखी गई, जहां पुजारी मांगीलाल पारीक द्वारा निकाली गई गोटी में शक्तिपीठ मरमी मातेश्वरी का नाम आने पर सभा में हर्ष की लहर दौड़ गई। सभा में जैसे ही मरमी माताजी प्रांगण का चयन हुआ, समरतपुरा के कन्हैयालाल पारीक ने तुरंत ही तीन वर-वधू जोड़ियों का नामांकन दर्ज करवा दिया। इस घोषणा से उपस्थित समाजजनों में आयोजन को लेकर उत्साह चरम पर पहुंच गया।
इस अवसर पर सामूहिक विवाह सम्मेलन की कार्यकारिणी की घोषणा भी की गई, जिसमें मार्गदर्शक भेरूलाल पारीक (लसाडिया खुर्द), राजेश पारीक (करणवास), रमेशचंद्र पारीक (मलावदा), श्यामलाल पारीक (लाखोला), चंद्रशेखर पारीक (पेमाखेड़ा), संरक्षक मनोज पारीक (आगरिया), शोभालाल पारीक (सोनियाणा), सुरेश चंद्र पारीक (मुरोली), जगदीश पारीक (दुल्हेपुरा), मदनलाल पारीक (गिलुंड), महामंत्री हरिशंकर पारीक (गेगास), सह महामंत्री अरविंद पारीक (चंदेरिया), कोषाध्यक्ष पुष्पेंद्र पारीक (पहुंना), सह-कोषाध्यक्ष घनश्याम पारीक (रूद), उपाध्यक्ष गौरीशंकर पारीक (मातृकुंडिया), रामदयाल पारीक (सोनियाणा), रामप्रसाद पारीक (गेगास), सत्यनारायण पारीक (चांद्रास), प्रकाश चंद्र पारीक (नांदसा), मंत्री गणपतलाल पारीक (नांदसा), भरत पारीक (कालेसरिया), मिलन पारीक (दुल्हेपुरा), प्रेम शंकर पारीक (आरणी), राहुल पारीक (सोमी), मीडिया प्रभारी कन्हैयालाल पारीक (गेगास), मनोज पारीक (चित्तौड़गढ़), पंकज पारीक (भीलवाड़ा), व्यवस्था मंत्री कुलदीप पारीक (पुर), राजकुमार पारीक (सोमी), लक्ष्मीलाल पारीक (पोटला), चंद्रप्रकाश पारीक (खड़ बामनिया), गोपाल पारीक (रूद) को मनोनीत किया। बैठक में समाज के कई गणमान्य सदस्य मौजूद रहे और आयोजन को ऐतिहासिक बनाने हेतु तन-मन-धन से सहयोग का संकल्प लिया गया।