नीमच । नीमच जिला भाजपा अध्यक्ष पवन पाटीदार ने कॉंग्रेसियों को भाजपा पर आरोप लगाने के पूर्व अपने गिरेबां में झांकने की नसीहत दी है। पाटीदार ने कहा कि पुरे शहर व प्रदेश में कॉंग्रेस जन जमीनों के खेल में लगे हैं जिस पर भाजपा सरकार ने अंकुश लगाया है और आगे भी माफियाओं के खिलाफ यह अभियान जारी रहेगा । उन्होने कहा कि यहां तक की नीमच जिला कॉंग्रेस ने जिस गांधी भवन को अपना कार्यालय घोषित कर रखा है उस पर भी अवैध रूप से कब्जा जमा रखा है। उन्होने कहा की पहले कॉंग्रेस गांधी भवन से कब्जा छोड़े उसके बाद शहर हित में बात करे। शहर में भ्रम फैला कर व घड़ियाली आंसू बहाकर ना तो शहर का भला होगा ना जनता का विश्वास हासिल हो सकेगा ।
भाजपा जिलाध्यक्ष पवन पाटीदार ने कहा कि नीमच में कई सामाजिक संस्थाओं, संस्थानों व संगठनों को भाजपा सरकार ने भुखण्ड आवंटित किये जहां उनके द्वारा सामाजिक गतिविधीयां संचालित की जा रही है। मगर विश्व का सबसे बड़ा राजनितीक दल और लगातार सत्ता में होने के बावजुद नीमच का बच्चा-बच्चा जानता है की भाजपा का कायकर्ता बहुत समय से बड़े संयम और धेर्य से भाजपा जिला कार्यालय निर्माण की प्रतीक्षा में है। यह समय भी इसलिये लगा की भाजपा के कार्यकर्ता जो भी करते हैं वो न्यायोचित और विधी सम्मत ही करते हैं। ऐसे में पुरी प्रक्रिया का पालन करते हुए तय गाईड लाईन व शासकीय मूल्य पर भुखंड हेतु आवेदन व उचित स्थान की तलाश में कूछ भी अनुचित नही है।
उन्होने कहा कि इसके विपरीत जिला कॉंग्रेस ने शहर के बीचों बीच जिस बेशकीमती जमीन व इमारत को गांधी-भवन नाम दे कर जिला कॉंग्रेस कार्यालय घोषित कर रखा है उस पर स्वयं कॉंग्रेस ने अवैध रूप से कब्जा जमा रखा है। जिलाध्यक्ष पाटीदार ने कहा कि सन 2003 से तो कॉंग्रेस कार्यालय गांधी भवन की लीज भी समाप्त हो चुकी है, साथ ही नीमच नगर पालिका को इतने दशकों से आर्थिक नुकसान पहुंचाते हुए जिला कांग्रेस ने एक रुपया भी नगर पालिका में जमा नही कराया है और तो और कॉंग्रेस द्वारा उस परिसर को दशकों से वर्ष में कई बार विभिन्न व्यवसाईयों को किराये पर उठा कर पैसा कमाया जा रहा है और अपना मासिक खर्चा चलाया जा रहा है ।
भाजपा जिलाध्यक्ष पवन पाटीदार ने कहा कि भाजपा का कार्यालय जहां भी बनेगा पुर्णत: प्रक्रिया का पालन करते हुए बनेगा। मगर उन्होने कॉंग्रेस के जागरुक पार्षदों और नेताओं को चुनोती देते हुए कहा की यदि शहर हित का इतना ही खयाल है तो सबसे पहले गांधी-भवन कार्यालय से अवैध कब्जा छोड़ें, इतने वर्षों से नगर पालिका को हुए आर्थिक नुकसान की भरपाई करें और आवेदन लगाकर प्रक्रिया का पालन करते हुए नियम पूर्वक भुखण्ड ले कर अपना कार्यालय बनाए फिर अपने घड़ीयाली आंसु बहाएं । उन्होने कॉंग्रेस नेताओ से कहा कि दिखावे की और घटिया राजनिती से दूर रह कर जनता के सकारात्मक मुद्दे उठाकर ही जनता का विश्वास हासिल किया जा सकता है।