कंजार्डा। मनासा विधानसभा क्षेत्र में नरेंद्र नाहटा के विजन के आधार पर स्मृति बैंक एवं मंदसौर यूनिवर्सिटी के सहयोग से बीआर नाहटा फाउंडेशन ने आधुनिक शिक्षा को आदिवासी युवकों तक पहुंचाने का सरल मार्ग बनाया है। ज्ञानदीप नामक इस कार्यक्रम में जोड़कर बच्चों को अब कंप्यूटर साक्षर बनाओ आदिवासी भील समाज के गरीब बच्चों को निशुल्क शिक्षा कंप्यूटर सीखने को मिलेगा। पूर्व मंत्री नरेंद्र नाहटा का सपना विगत 30 वर्षों से ज्ञानदीप को लेकर विश्लेषण कर पूरी तैयारी कर आज 20 नवंबर को पूर्व मंत्री के पिताजी स्व भंवरलाल नाहटा की 100 पुण्यतिथि के अवसर पर मनासा विधानसभा क्षेत्र में भील आदिवासी समाज के बीच ग्राम पंचायत धाकड़खेड़ी में आदिवासी आश्रम पर एक अनोखी पहल ज्ञानदीप बस की सौगात आदिवासी भील समाज को दी गई धाकड़खेड़ी की बालिका एवं नएगांव की बालिकाओं ने बताया कि हम कंप्यूटर सीखने के लिए प्राइवेट कंप्यूटर सिखाने वाले के वहां गए हमसे 15000 रुपये पीस मांगी गई।
पूर्व मंत्री नरेंद्र नाहटा ने बालिकाओं की भावना को समझते हुए उन्होंने कहा बेटे आप को निशुल्क कंप्यूटर सिखाया जाएगा। आप एक लक्ष्य बनाकर मन लगाकर से कंप्यूटर सीखें एवं अपने गांव अपने माता-पिता और अपने देश का नाम गोववान्वित करें। नाहटा ने कहा कि मनासा विधानसभा क्षेत्र के सभी वरिष्ठजन कांग्रेस कार्यकर्ता ग्रामीणजन एवं पत्रकार बंधुओं से इस अनोखी पहल को राजनीति मत समझना इसे राजनीति में मत डालना आप सभी लोग इस मिशन में सहयोग करें एवं आदिवासी समाज के बच्चों को आगे बढ़ने के इस अवसर में नाहटा परिवार का सहयोग करें।
आदिवासी समाज के नानालाल भील, प्रकाश गणावा, राहुल एवं समस्त भील समाज में बड़ी प्रसन्नता देखी गई। बस के शुभारंभ से भील समाज में एक उत्साह देखा गया। भील समाज के सभी ग्रामीणों ने बीआर संस स्मृति बैंक के सभी कर्मचारियों एवं नाहटा परिवार को धन्यवाद दिया।