शाजापुर। दिनांक 23 नवंबर 2022 को कृषि विज्ञान केंद्र शाजापुर द्वारा न्यूट्री स्मार्ट विलेज रामपुरा मेवासा में आंवले का मूल्य संवर्धन एवं आर्थिक लाभ विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
प्रशिक्षण के दौरान कृषि वैज्ञानिक डॉ गायत्री वर्मा रावल द्वारा मेवासा आंगनवाड़ी केंद्र की कार्यकर्ता अनीता विश्वकर्मा द्वारा बनाए गए मां शक्ति स्व सहायता समूह की महिलाओं को स्वरोजगार से जोड़ने हेतु बताया गया कि आंवले के विभिन्ना तैयार कर उसका स्वयं घरेलू स्तर पर उपयोग करने के साथ-साथ बाजार में विक्रय कर अतिरिक्त आय अर्जित कर सकते हैं।
आंवले का मूल्य संवर्धन एवं स्वास्थ्य लाभ विषय पर विस्तृत जानकारी देते हुए आंवले के विभिन्न उत्पाद जैसे- आंवला कैंडी, माउथ फ्रेशनर, आंवले का अचार, आंवले का मुरब्बा, आंवले की चटनी इत्यादि तैयार किए जाने की प्रायोगिक विधि बताते हुए उसे अपने दैनिक आहार में समावेश करने तथा प्रसंस्कृत उत्पादों को सुरक्षित रखने संबंधी जानकारी दी गई।
ग्रामीण महिलाओं को आंवले का औषधीय महत्व बताते हुए जानकारी दी गई कि आंवले का नित्य प्रयोग करने से पाचन तंत्र को मजबूत किया जाकर कफ, पित्त जैसे विकारों को दूर किया जा सकता है। आंखों की रोशनी, बालों को काला एवं चमकदार बनाएं रखने में आंवले का सेवन लाभदायक है। आंवले में विटामिन सी भरपूर मात्रा में पाया जाता है जो कि हमारे स्वास्थ्य के लिए बहुत फायदेमंद है, साथ ही शरीर में रक्त में आयरन के अवशोषण में भी मददगार है। इसके अलावा पीलिया पेट से संबंधित बीमारी, मधुमेह एवं जोड़ों से संबंधित दर्द में भी लाभदायक है। इस प्रकार स्वास्थ्य लाभ को देखते हुए सीजन में यदि आंवले के विभिन्न उत्पाद तैयार कर उन्हें पूरा संस्कृत कर घर में रखा जाए और नित्य प्रयोग किया जाए तो कई प्रकार की बीमारियां से बचा जाकर रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सकता है। साथ ही स्व सहायता समूह की महिलाओं को आंवले के विभिन्न उत्पाद तैयार कर उसे स्वरोजगार से जोड़ने एवं आर्थिक लाभ प्राप्त करने हेतु प्रेरित किया गया।
महिलाओं एवं बच्चों के स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में सुधार हेतु स्वयं की पोषण वाटिका लगाने हेतु प्रेरित किया जाकर कृषि विज्ञान केंद्र के माध्यम से उन्हें सब्जियों के मिनी किट भी प्रदान किए गए। जिससे महिलाएं अपने समय का सदुपयोग करते हुए वर्ष भर ताजी हरी सब्जियों का उत्पादन कर स्वयं तथा परिवार के स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर को बेहतर बना सके।
प्रशिक्षण के दौरान ग्राम की 20 से अधिक महिलाओं के साथ साथ मेवासा की आंगनवाड़ी कार्यकर्ता अनीता विश्वकर्मा का विशेष सहयोग रहा।