KHABAR : शहर के मुख्य मार्गो से दिव्यांगों ने निकाली रैली, नारेबाजी करते हुए विभिन्न मांगो को लेकर कलेक्टर के नाम सौंपा ज्ञापन, पढ़े अब्दुल अली ईरानी के साथ पवन राव शिंदे की खबर
नीमच। रेडक्रॉस सोसाइटी से नीमच शहर के मुख्य मार्गो पर नारेबाजी करते हुए अपनी 22 सूत्री मांगों को लेकर दिव्यांगजनों ने रैली निकालकर नीमच जिला कलेक्टर कार्यालय पहुंचे। दिव्यांगजनों ने अपनी मांगों के लिए कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर तहसीलदार कविता कड़ेला को ज्ञापन सौंपा।
जिला कलेक्टर के नाम दिए गए ज्ञापन में मांग की गई कि दिव्यांगजनों की पेंशन 2500 रूपए तत्काल लागू की जाए और 5 लाख रूपए तक का ऋण सरकार अपनी गारंटी पर उपलब्ध कराएं। शासन द्वारा वृद्धजनों को दी जाने वाली सामाजिक सुरक्षा पेंशन में बीपीएल कूपन की बाध्यता को समाप्त करें। जिले में 22 वर्ष पूर्व दिव्यांगों की सहायता हेतु स्वीकृत दिव्यांग पुनर्वास केंद्र के निर्माण हेतु तत्काल बजट राशि स्वीकृत कर निर्माण कार्य प्रारंभ किया जाए। दिव्यांग पुनर्वास केंद्र में 20 सालों से खाली पदों पर तत्काल भर्ती की जाए। सरकार द्वारा घोषित 21 तरह की श्रेणी के दिव्यांगजनों की जांच कर दिव्यांग प्रमाण पत्र बनाने के लिए सभी श्रेणी के डॉक्टरों की नियुक्ति की जाए। दृष्टिबाधित दिव्यांग छात्र-छात्राओं के लिए आवास सुविधा और दृष्टि बाधित शिक्षा विद्यालय शुरू किए जाए।
इस प्रकार की 22 सूत्री मांगो को लेकर दिए गए ज्ञापन में कहा गया कि यदि 10 अप्रैल 2023 तक दिव्यांगों की मांगों का निराकरण नहीं किया जाता है तो तो दिव्यांग भोपाल पहुंचकर मुख्यमंत्री निवास का घेराव करेंगे। दिव्यांगों का कहना था कि उनके द्वारा लगातार अपनी मांगों के लिए सरकार को अवगत कराया जा रहा है। लेकिन शासन प्रशासन व जनप्रतिनिधि कुंभकरण की नींद सोए हुए हैं। ज्ञापन का वाचन बलदेवा जागिड़िया द्वारा किया गया।
इस अवसर पर रामप्रकाश बलदेवा, तुलसीराम मेघवाल, नरेंद्र संगीतला, आजाद खान, ईश्वर बैरागी, सोनू बैरागी, नंदकिशोर मेघवाल, रतन धाकड़, जगदीश प्रजापत, आसिफ शेख, सागर बाई और बड़ी संख्या में दिव्यांग उपस्थित रहे।