नीमच। शहर के टाउन हॉल में स्कूल स्पोर्ट्स एंड कल्चरल एक्टिविटीज फाउंडेशन और नगरपालिका नीमच के संयुक्त तत्वाधान में एक शाम मातृशक्ति के नाम कार्यक्रम का गरिमामय आयोजन संपन्न हुआ। कार्यक्रम में उपस्थित महिला शक्ति द्वारा रंगोली, पेंटिंग और ड्राइंग की बेहतरीन प्रस्तुति दी गई। इस सांस्कृतिक संध्या में छात्राएं, युवतियां और महिलाएं बहुत ही उत्साहित मन से सम्मिलित रही। कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन एवं मां सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण के साथ किया गया। कार्यक्रम के प्रारंभ में स्वागत गीत हुआ। तत्पश्चात अतिथियों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम की अतिथि नगरपालिका अध्यक्ष स्वाति चोपड़ा ने कहा कि रंगोली, पेंटिंग एवं नृत्य की प्रस्तुतियां काफी आनंदित करने वाली रही।
आज के युग में महिला सशक्तिकरण की सोच काफी हद तक जागृत हो चुकी है। महिलाओं का त्याग बहुत बड़ा होता है। पुरुष एवं महिला एक गाड़ी के दो पहिए हैं। बेटियों को समानता का अधिकार मिलना चाहिए। बेटियों से प्यारा कुछ नहीं होता है। स्वाति चोपड़ा ने कहा कि हमें अपने लिए विशेष जगह बनाना है। महिला अपने परिवार में होम मिनिस्टर,हाउस मिनिस्टर का रोल निभाती है महिलाओं की बचत से अर्थव्यवस्था काफी मजबूत रहती है। ड्राइंग कंपटीशन में 6 वर्ष से 15 वर्ष की आयु वर्ग में सेजल नाभावत को प्रथम,आस्था माहेश्वरी को द्वितीय एवं कृष्णा गुरुवानी को तृतीय पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
वही 16 से 30 वर्ष की आयु वर्ग में काव्यांश जैन, मुस्कान मदनानी, भाविका शर्मा और विष्मिता जैन को पुरस्कार मिला। 30 वर्ष से अधिक की आयु में अर्पिता जैन और लक्ष्मी परवानी ने श्रेष्ठ स्थान प्राप्त किया। रंगोली प्रतियोगिता में वैभवी, अंकिता, जानवी, तनवी शर्मा और और सीमा को पुरस्कृत कर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर बतौर अतिथि स्वाति चोपड़ा, माधुरी चौरसिया, संगीता जारोली, कविता सिंहल, डॉक्टर सुजाता गुप्ता और निशा धानुका बतौर अतिथि मौजूद रहे। स्कूल स्पोर्ट एंड कल्चरल एक्टिविटीज फेडरेशन की प्रदेश अध्यक्ष रज़िया अहमद और प्रदेश सचिव जूही जैन की महती उपस्थिति रही।
कार्यक्रम की शुरुआत मां शक्ति स्वरूपा के रूपों 12 कन्याओं की पूजा करके शुरू की गई तथा अन्य उपहार स्वरूप भेंट दिया गया। समाजसेवी संतोष जी चोपड़ा उपस्थित रहे और सभी को पुरस्कार वितरण और सर्टिफिकेट दिए गए तथा इसमें मातृ शक्तियों को सम्मानित किया गया जिसमें चित्तौड़ से पधारी परिधि भटनागर आना राठौर डॉक्टर गरिमा चौरसिया और ईशा सोनी का सम्मान साफा पहनाकर माला पहनाकर और ट्रॉफी और सर्टिफिकेट देकर किया गया।