नीमच। रामनवमी के अवसर पर इंदौर के झूलेलाल मंदिर में ह्रदय विदारक घटना के पश्चात अनेक लोग असमय काल के गाल में समा गए हैं। कुछ वर्षों पूर्व नीमच की कृषि उपज मंडी में भी इसी प्रकार की घटना घटी थी, जिसमें भी कई लोग काल कलवित हुए थे।
मानवाधिकार निगरानी समिति के संरक्षक शिव महेश्वरी, जिला अध्यक्ष दिलीप छाजेड़, जिला महामंत्री प्रवीण शर्मा, रमेश जायसवाल, नगर अध्यक्ष मनीष जैन मारू पूर्व पार्षद गजेंद्र चावला सहित सामाजिक संगठनों ने नीमच जिलाधीश के माध्यम से प्रदेश सरकार से निवेदन किया है कि संपूर्ण धार्मिक स्थलों, वैवाहिक समारोह की धर्मशाला, रिसोर्ट और भी कई पुराने मंदिर मस्जिद गुरुद्वारे और चर्च जो धार्मिक स्थल है वहां पर भी अनेक जगहों पर आज भी पुराने कुवे हैं, जिनको जाली या अस्थाई तौर पर पेश किया हुआ है। समय-समय पर इन सभी स्थानों पर वैवाहिक कार्यक्रम और धार्मिक आयोजन होते हैं जिनमें अनेक जनों की उपस्थिति होती है और उन स्थानों पर कई आमजन खड़े हो जाते हैं जिसके चलते आने वाले समय में भी दुर्घटनाएं हो सकती है कृपया समिति ने अनुरोध किया है कि सभी ऐसी जगहों को चिन्हित कर उन स्थानों पर तकरीबन 1 फुट की मुंडेर बना दी जाए ताकि निकट भविष्य में ऐसी दुर्घटनाओं से बचा जा सके।