चित्तौड़गढ़ । डॉ भीमराव अंबेडकर जयंती महोत्सव पखवाड़ा के अंतर्गत किये जा रहे आयोजन की श्रृंखला में मंगलवार को खटीक समाज के नोहरा में संगोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में खटीक समाज नवयुवक मंडल अध्यक्ष चांदमल आमेरिया ने अतिथियों का स्वागत किया।
मुख्य अतिथि सेनि अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक रतन लाल चावला ने विचार व्यक्त करते हुए कहा कि डॉ भीमराव अंबेडकर के अनुसरण से वंचितों को सामाजिक न्याय प्राप्त होगा। पूर्व जिला आबकारी अधिकारी ने बाबा साहब के मूलमंत्र शिक्षा के संदेश को आत्मसात कर आगे बढ़ने की बात कही। पूर्व बैंक मैनेजर रमेश चावला ने कहा कि बाबा साहब के विचार सूर्य की भांति दलितों के जीवन को प्रकाश देते रहेंगे। मदन लाल चावला ने बाबा साहब को दलितों के मसीहा बताया। प्राचार्य ज्ञान मल आमेरिया ने कहा कि बाबा साहब के विचारों को फैलाने की जिम्मेदारी वर्तमान पीढ़ी पर है। मुख्य वक्ता राम कुमार चावला ने कहा कि दलितों का कोई भगवान हैं तो वे डॉ भीमराव अंबेडकर हैं, उन्होंने दलितों को अधिकार दिला कर दासता की बेड़ियों से आजाद किया। छगन लाल चावला ने संचालन किया। अध्यक्षता करते हुए उप रजिस्ट्रार प्रहलाद आमेरिया ने इस तरह के आयोजन लगातार होने पर बल दिया। अम्बेडकर विचार मंच जिलाध्यक्ष सुरेश खोईवाल, अजाक जिलाध्यक्ष हंसराज सालवी, कृषि वैज्ञानिक रतन लाल सोलंकी, व्याख्याता श्याम लाल आमेरिया, कनिष्ठ अभियंता पूरन चावला, मोहन लाल आमेरिया, विनोद बोरीवाल, राजकुमार चावला, गिरिधारी लाल आर्य ने विचार व्यक्त किए। विनोद चावला, दिनेश चावला, राजू खटीक, मनीष खटीक, दिनेश चावला, अशोक चावला, दुर्गेश खटीक, पिंटू आमेरिया, दयाल आमेरिया, बसंतीलाल चावला, राकेश चावला, नारायण आमेरिया, राकेश चावला, घनश्याम परिहार, सुनील खटीक उपस्थित रहे।