इंदौर | कांग्रेस विधायक और पूर्व मंत्री जयवर्धन सिंह बुधवार को इंदौर में हैं। यहां प्रेस क्लब में मीडिया से चर्चा के दौरान जयवर्धन ने भाजपा और खास तौर पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पर जमकर जुबानी हमला किया। जयवर्धन ने हाल ही में इंदौर में बजरंग दल कार्यकर्ताओं की पुलिस द्वारा पिटाई पर चुटकी लेते हुए कहा कि बीजेपी में अंतर्कलह है और यह अब निकल कर सबके सामने आ गया है। वहीं सिंधिया को लेकर कांग्रेस विधायक ने कहा कि मप्र में उनकी भूमिका अब संदिग्ध है। राजनीति में चरित्र का बहुत महत्व है। इंदौर शहर कांग्रेस अध्यक्ष को लेकर उन्होंने कहा कि इस पर भी जल्द फैसला होना चाहिए।
उज्जैन में शहर जिला कांग्रेस अध्यक्ष रवि भदौरिया और एक कार्यकर्ता के बीच बातचीत का ऑडियो वायरल होने के बाद कांग्रेस संगठन ने तत्काल एक्शन लेते हुए कार्रवाई कर भदौरिया को पद से हटा दिया है। इंदौर शहर कांग्रेस अध्यक्ष का मामला भी लंबे समय से लटका हुआ है। जयवर्धन ने कहा कि उज्जैन वाले मामले में संगठन ने जैसे तुरंत कार्रवाई की है, वैसे ही इंदौर पर भी पर जल्द ही फैसला लेना चाहिए।
जयवर्धन ने कहा, पहले कहते थे कांग्रेस में भीतरघात है। गुटबाजी है। लेकिन यह हालत अब बीजेपी की है। बीजेपी का संगठन अब खुद से लड रहा है। आपके यहां बजरंग दल कार्यकर्ताओं की पिटाई इसका उदाहरण है। बीजेपी के ही नेता और उनके बेटे का बजरंग दल वाले विरोध कर रहे थे। जिसके दबाव में ही यह घटनाक्रम हुआ है। पूरे मामले में बीजेपी सरकार कटघरे में खड़ी है। कैलाश विजयवर्गीय जी को शिवराज ने बेचारा बना दिया है। नरोत्तम मिश्रा भी ऐसे नेता हैं जो शिवराज बीजेपी और महाराज बीजेपी में शामिल नहीं हैं। वह भी नाराज बीजेपी का हिस्सा हैं। नरोत्तम अपने संगठन पर ध्यान दें, ताकि वह जो सपना देखते हैं शायद वो पूरा हो जाए।
कमलनाथ सरकार की उपलब्धियां गिनाते हुए जयवर्धन ने कहा कि हम कमलनाथ सरकार के कार्यकाल का हिसाब देने के लिए तैयार हैं। लेकिन शिवराज सरकार उस पर बात ही नहीं करती है।कमलनाथ सरकार ने किसानों का कर्ज माफ किया है। यह कृषि मंत्री कमल पटेल ने खुद स्वीकार किया था। इंदौर, उज्जैन, देवास और पिथमपुर में जो स्कोप भविष्य के लिए है वह किसी और शहर में नहीं है। हमने 5 शहर को मिलाकर महानगर बनाने की पहल की थी। आज जैसा दिल्ली-एनसीआर है, वैसा 5 या 10 साल बाद इंदौर होता। इंदौर में रेपिड रेल लाने की बात की थी।
लेकिन अफसोस की बात है बीजेपी ने पिछले 3 साल में कुछ नहीं किया। उन्होंने इंदौर के विकास के नाम पर बात तक नहीं की। हम जिन प्रदेशों में हैं वहां पुरानी पेंशन लागू की है। प्रियंका गांधी जी ने कहा है एमपी में आए तो यहां भी पुरानी पेंशन लाएंगे। यूपीए सरकार में गैस की टंकी 400 रूपए की थी। वह अब 1 हजार रुपए से ज्यादा की हो गई है। जिसे हम 500 में देंगे। ऐसी ही कई योजनाओं को लेकर हम जनता के बीच जा रहे हैं। जो किसान सरकार गिरने के कारण कर्ज माफी से वंचित रह गए थे, हम सरकार आने पर उनका कर्ज माफ करेंगे। आज सरकारी विभागों में नौकरी के कई पद खाली पड़े हैं, जिन्हें आउट सोर्स करके भर रहे हैं। इससे साफ दिख रहा है कि बीजेपी का विजन ज्यादा बड़ा नहीं है।
जयवर्धन ने ज्योतिरादित्य सिंधिया पर निशाना साधते हुए कहा कि चुनाव और राजनीति में चरित्र का बहुत महत्व होता है। बजरंग दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष जय भान सिंह पवैया को भाजपा टिकट नहीं देती है। लेकिन उनके विरोधी महाराज समर्थित को बीजेपी कैबिनेट मंत्री बना देती है। सिंधिया की क्या भूमिका एमपी में रहेगी यह संदिग्ध है। उनका भविष्य तो अब बीजेपी के आगे है। सिंधिया जी अब कांग्रेस का विषय नहीं हैं, वह अब बीजेपी का विषय हैं।
आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर जयवर्धन ने कहा कि सर्वे के हिसाब से ही टिकट दिया जाएगा। उसको ही टिकट मिलेगा जो जनता का प्रिय हो और सर्वे में जीतता हुए दिख रहा हो। भारत जोड़ो यात्रा के माध्यम से राहुल गांधी ने दिखाया कि जनता के बीच रहने की उनकी क्षमता है। कर्नाटक की 20 सीटों पर भारत जोड़ो यात्रा गई थी। उसमें से हमने करीब 17 सीटें जीती हैं। एमपी के चुनाव में सीधी लडाई बीजेपी और कांग्रेस के बीच ही है। कांग्रेस पार्टी इस बार चुनाव में काफी युवाओं को मौका देगी।