नीमच। कर्नाटक राज्य में जैन मुनिराज आचार्य श्री कामकुमार नन्दी महाराज जी की समाजकंटको द्वारा निर्मम हत्या कर दी गई। जैन मुनि की नृशंस हत्या को कांग्रेस नेत्री मधु बंसल ने मानवता को शर्मसार करने वाली घटना बताया और कड़े शब्दों में निंदा एवं भर्त्सना की।
बंसल ने देश में घटित हालातों पर चिंता जताते हुए कहा कि आए दिन अपराधी बेखौफ होकर खुलेआम हत्याओं को अंजाम दे रहे हैं। कभी गुडगांव, कभी दिल्ली तो कभी नोएडा सहित देश के अलग-अलग राज्यों में बेटियों की हत्याएं करने के मामले सामने आ रहे हैं। लचर कानून व्यवस्था और अपराधियों पर सख्त कानूनी कार्रवाई नहीं होने से आरोपियों के हौसले बुलंद है। सबसे चर्चित श्रद्धा और साक्षी हत्याकांड इसके ताजा उदाहरण है। केंद्र सरकार के ढुलमुल रवैये के चलते कई मामलों में अपराधी आज भी कानूनी शिकंजे से बाहर है। कई मामलों में तो आरोपियों की पहचान तक नहीं की जा सकी है। बंसल ने केंद्र और राज्य सरकार से दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सख्त कदम उठाने की मांग की है।
कांग्रेस नेत्री मधु बंसल ने राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो यानी एनसीआरबी के 2021 के आंकड़ों को लेकर केंद्र सरकार पर सवाल खड़े किए हैं। एनसीआरबी 2021 के आंकड़ों के मुताबिक देशभर में हत्या, अपहरण, महिलाओं, बच्चों के खिलाफ अपराध बढ़ा है। 2021 में देश में कुल 29,272 हत्याएं हुईं। यानी, हर रोज देश में 80 से अधिक हत्याएं हुईं। 2021 में देश में महिलाओं के खिलाफ अपराध के 4,28,278 मामले दर्ज हुए। अपराध की दैनिक रिपोर्ट सवाल उठाती हैं कि सरकार सबूतों के बावजूद महिलाओं की सुरक्षा क्यों नहीं कर रही है। महिलाएँ मारी जा रही हैं और फिर भी हमलावरों के प्रति सहानुभूति और राजनैतिक संरक्षण समझ से परे है।
इसी प्रकार देश में साधु संतों की हत्याएं आम बात हो गई हैं। विगत दिनों महाराष्ट्र के पालघर में हुई साधु की हत्या के मामले में अपराधी पकड़े नहीं जा सके। साल 2020 में भी यूपी के बुलंदशहर में 2 साधुओं की शिव मंदिर में निर्मम हत्या कर दी गई थी। पिछले कई वर्षों में साधु संतों की हत्या और उन पर हमलो की घटनाएं बढ़ी हैं।
अभी हाल ही मे कर्नाटक में जैन संत की हत्या से देशभर में आक्रोश है।
बंसल ने कर्नाटक सरकार से जैन संत के हत्यारों को गिरफ्तार कर कड़ी से कड़ी सजा दिलवाने तथा भविष्य में किसी भी संत, धर्म उपदेशक के साथ ऐसी घटना ना हो ये भी सुनिश्चित करने की मांग की है। उन्होंने जैन समाज द्वारा जैन आयोग, जैन संस्कृति एवं संवर्धन बोर्ड के गठन तथा जैन साधु साध्वीयों को विशेष सुरक्षा प्रदान किए जाने सहित सभी उपयुक्त मांगों का भी समर्थन किया है।