जावद। विधानसभा क्षेत्र के कांग्रेस नेता प्रकाश जैन रांका जनसंपर्क के दौरान ग्राम पंचायत ताल पहुंचे। ग्राम पंचायत ताल अंतर्गत ग्राम जोधा कुंडल में जब उन्होंने देखा की एक ही कमरे में पहली से पांचवी तक के बच्चों को एक साथ बिठाया गया है और इनके लिए अन्य कोई वैकल्पिक व्यवस्था नहीं है। जब इस संबंध में उन्होंने बच्चों एवं उनके परिजनों से चर्चा की तब उन्हें स्थिति की भयावहता का परिचय प्राप्त हुआ।
रांका ने प्रदेश की बीजेपी सरकार पर आरोप लगाया कि सरकार शिक्षा को लेकर भले ही कितने बड़े-बड़े दावे करें लेकिन धरातल पर सरकार के सभी दावों की पोल खुल रही है। आज हमारे शिक्षक ऐसे माहौल में भी पढ़ाने को तैयार है जहां कहीं पर जर्जर भवन है, तो कहीं पर भवन ही नहीं और हमारे किसान भाई, आम आदमी जिनके बच्चे सरकारी स्कूल में पढ़ रहे हैं इस मौजूदा शिक्षा नीति से प्रदेश की बीजेपी सरकार उन अभिभावकों की भावनाओं को ठेस पहुंचा रही हैं। भला एक ही कक्ष में जरा सोचिए पहली से पांचवी तक की शिक्षा कैसे संचालित होती होगी ? इसमें कोई दो राय नहीं कि इस प्रकार के माहौल में बच्चों की शिक्षा स्तर के गुणवत्ता में जरूर कमी आई हुई होगी। विद्यालय के शिक्षक करें भी तो क्या, वह खुद प्रशासन के आगे बेबस दिखाई दे रहे हैं।
रांका ने बताया कि वह जल्द ही उच्च शिक्षा अधिकारियों से भेंट करेंगे और उन्हें स्थिति से अवगत कराएंगे। जोधा कुंडल विद्यालय द्वारा प्रस्ताव बनाकर शीर्ष अधिकारियों को स्थिति से अवगत करा दिया गया था, उसके बावजूद बारिश के सीजन में भी एक ही कक्ष में पहली से पांचवी तक की शिक्षा को संचालित करने के लिए शिक्षक गण भी मजबूर हैं जो विधानसभा क्षेत्र वासियों एवं आने वाले नौनिहालों के साथ प्रदेश की बीजेपी सरकार जो विज्ञापनों पर करोड़ों रुपए खर्च कर रही है मगर धरातल पर बच्चों की शिक्षा को लेकर सजग नहीं है। ऐसी सरकार जावद विधानसभा वासियों को नहीं चाहिए जो जनता की भावनाओं के अनुरूप नहीं हो। सरकार की नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि वह जनता की भावनाओं के अनुरूप कार्य करें।