मनासा। प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा विकास कार्यो को लेकर की गई घोषणाएं 18 साल की भाजपा सरकार में अभी तक पुरी नहीं हुई है। मुख्यमंत्री शिवराजसिंह ने अपने गुरू पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा के पितृ पुरूष स्व सुंदरलाल पटवा के कालियां खो डेम के सपने को भी पुरा नही किया। सीएम ओर मनासा विधायक अनिरूद्व मारू जिस माइक्रो सिंचाई परियोजना का ढिंढोरा पीट रहे है वह योजना यूपीए की तत्कालीन कांग्रेस सरकार में पूर्व सांसद मीनाक्षी नटराजन के समय स्वीकृत हुई। लेकिन प्रदेश में भाजपा सरकार होने से सरकार ने अपने हिस्से का राज्यांश जमा नहीं करवाया। जिसके कारण योजना अधर में रह गई। जो योजना 810 करोड की थी वो अब 1208 करोड की हो गई। यह बात प्रदेश कांग्रेस महामंत्री मंगेश संघई ने मुख्यमंत्री के कार्यक्रम से एक दिन पहले प्रेस वार्ता के दौरान कही।
महामंत्री ने कहा कि कालिया खो सिंचाई परियोजना का दो बार खुद मुख्यमंत्री अपने गुरू की मौजुदगी में शिलान्यास कर चुके है। लेकिन आज तक योजना पर काम शुरू नहीं हो पाया। गंगाबावडी, पगारा डेम भी अधुरे पडे है। मुख्यमंत्री जब जन आशीर्वाद यात्रा लेकर आएं थे। तब उन्होने कृषि उपज मंडी में आंतरीमाता से भादवामाता सडक बनाने की घोषणा की थी। लेकिन वह भी पुरी नही हुई। और अब सडक निर्माण को लेकर क्षेत्र के विधायक कह रहे है कि पंचायत के माध्यम से सुदुर सडक बनाएंगे। प्रदेश में कानून व्यवस्था पुरी तरह से चरमरा गई है। महिलाएं और बेटीयां असुरक्षित है।
संघई ने कहा की विधायक मारू ने बंजारा समाज के साथ धोखा किया है। मनासा के युवाओ के साथ विधायक ने जो कुठाराघात किया और आज तक कृषि महाविद्यालय से मनासा कोसो दुर है। रामपुरा नगर स्वास्थ्य के मामले में आज भी ग्रामीण क्षेत्र की तरह अछुता है। मनासा में करोडो का 100 बेड का सिविल अस्पताल की बिल्डिंग खडी भले ही कर दी। लेकिन भवन बनाने से पहले विशेष चिकित्सको और संसाधनो की व्यवस्था नही की गई है। मनासा का अस्पताल आज रेफरल अस्पताल की श्रेणी में पहचान बना चुका है। पिछले 43 साल से बस स्टेंड अपने विस्तार को लेकर इंतजार कर रहा है। लेकिन इस पर भी भाजपा सरकार में विधायक ने सकारात्मक प्रयास नहीं किए। सभी घोषणाओं को लेकर कांग्रेस द्वारा सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराज को ज्ञापन सौंप अवगत करवाया जाएगा।