खरगोन। जिले में पिछले दिनों हुई भारी वर्षा और जलभराव के बाद आपदा की स्थिति से निपटने के लिए प्रशासन अब मैदान में उतरकर युद्ध स्तर पर कार्य कर रहा है। सर्व दलों का निर्माण कर सर्वे कार्य शुरू किया गया है। कसरावद तहसील के 18 गांवों में दल पहुंचकर नुकसानी का आंकलन के लिए फ़ोटो वीडियो के साथ प्रभावितों से चर्चा करने लगे हैं। सर्वे कार्य के अवलोकन और नुकसानी का मुआयना करने मंगलवार को कलेक्टर शिवराज सिंह वर्मा और पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह भी भट्याण बुजुर्ग व तेली पहुँचे। यहां उन्होंने करीब 2 घण्टे गांव का निरीक्षण के बाद प्रभावितों से चर्चा की। गांव के चौक में कलेक्टर वर्मा ने कहा कि शासन प्रशासन द्वारा जल्द ही सर्वे के बाद कच्चे टूटे-फूटे घरों को नया बनाने के लिए मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के माध्यम से स्वीकृति दी जाएगी। महेश्वर डेम से प्रभावितों के लिए भी पूरी मदद की जाएगी। सर्वे दल 2 से 3 दिनों में सर्वे पूर्ण करेगा। इसके बाद ज्यादा से ज्यादा लोगों को आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसके अलावा प्रभावित परिवारों को राशन सामग्री भी उपलब्ध कराई जाएगी। एसपी सिंह ने भरोसा दिया कि सर्वे कार्य पूरी उदारता के साथ किया जाएगा। हम सब समझ रहें है भारी नुकसान हुआ है। इस दौरान विधायक सचिन यादव, पूर्व विधायक आत्माराम पटेल, एसडीएम अग्रिम कुमार, अति.जिपं सीईओ पुरुषोत्तम पाटीदार, जनपद सीईओ टीआई एमआर रोमड़े व अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
एसडीएम को ये दिए निर्देश-
कलेक्टर वर्मा ने निरीक्षण के बाद निर्देश दिए कि पुनर्वास की समस्या लोगों द्वारा बताई गई है। इसका निराकरण स्थानीय स्तर पर ही हो सकता है। उन्हें प्लाट दिए का सकते हैं। साथ ही सीएम लाड़ली बहना आवास योजना के तहत आवास दे सकते हैं। इसके अलावा अभी नागरिकों को राहत राशन सामग्री जैसे कपड़े, किताबें और दवाइयां प्रदान करने के लिए सीएसआर गतिविधि के माध्यम से मीटिंग ले और सहयोग करवाये। तब तक सर्वे रिपोर्ट ले बाद शासन से भी प्रशासनिक रूप से व्यवस्था करने की तैयारी कर रहें है।
फसलों की नुकसानी के लिए खेत में किसानों से जाने हाल-
कलेक्टर वर्मा ने भट्याण बुजुर्ग से निरीक्षण के बाद फसलों में हुई नुकसानी के आंकलन के लिए गांव के बाहर और खमलाय के किसानों से हाल जाने। मोहन कर्मा खेत में कपास की बिनाई करते दिखे। उनसे कपास की स्थिति के बारे में जाना। किसान ने कहा कि फसल तो नष्ठ हुई है। लेकिन अब बिनाई के बाद जो कपास निकलेगा उसका भाव जो भी मिल जाये बहुत हैं। कलेक्टर वर्मा ने आश्वासन देते हुए कहा कि निराश न हो सर्वे के बाद नियमानुसार जो भी सहायता होगी प्रदान करेंगे। इसके बाद कलेक्टर वर्मा ने खमलाय में ललित बिरले से चर्चा की। इसके अलावा यहां के बालू काका के खेत मे सोयाबीन की फसल के दाने हाथों में लेकर बीजों की स्थिति देखी।
22 दलों ने सर्वे किया प्रारम्भ-
भट्याण सहित कसरावद के 22 गाँवो में सर्वे का कार्य प्रारम्भ कर दिए गए है। इसके अलावा आधारभूत व्यवस्थाएं पुनः बहाल करने के लिए संबंधित विभाग को आदेशित किया गया है। इसमें बिजली, सड़क, पानी और स्वास्थ्य से संबधित विभाग भी कार्य मे जुट गए है। साथ ही कलेक्टर वर्मा ने आरबीसी 6/4 में सामग्री और पशुओं के अन्य नुकसानी की आर्थिक सहायता करने के भी निर्देश दिए है।