देवास। बागली विधानसभा के ग्राम पंचायत सेवन्याखुर्द के कुपगांव में शुक्रवार के दिन हुए मतदान का बहिष्कार किया गया था।ग्रामीणों का कहना था कि हाटपिपल्या सिंचाई योजना के दौरान कुपगांव के तालाब का गहरीकरण व विस्तारिकरण होना है, जिसके कारण क्षेत्र डूब में जा सकता है, जिससे कई परिवार बेघर हो सकते हैं।इसी नाराजगी को लेकर ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया था।हालांकि इस पूरे मामले में कहीं ना कहीं प्रशासन की अनदेखी सामने आई है, चुनाव से पहले से ही यहां के ग्रामीण जन प्रशासनिक अधिकारियों को इस मामले से अवगत करा रहे थे, वह गांव के बाहर बैनर पोस्टर भी लगाए गए हैं।इसके बावजूद भी प्रशासन ने इस ओर ध्यान नहीं दिया, जिसका परिणाम यह रहा कि मतदान के दिन ग्रामीणों ने मतदान का बहिष्कार किया दोपहर 12 बजे बागली एसडीएम अनंत मालव्या कुपगांव पहुंचे और ग्रामीणों से चर्चा करने के बाद उन्हें आश्वासन दिया, एसडीएम के आश्वासन के पश्चात ग्रामीणों ने बात मानते हुए मतदान करने के लिए राजी हुए। इसके पश्चात सभी ग्रामीण मतदान केंद्र क्र 137 पर पहुंचे और मतदान किया, प्रशासन की अनदेखी के कारण 5 घंटे लेट मतदान प्रारंभ हुआ।इस पूरे मामले में देखने में आया है कि प्रशासन कहीं लचीली प्रणाली रही है,प्रशासन यदि सक्रिय भूमि का निभाता तो जल्द मतदान प्रारंभ हो सकता था।