नीमच। विधानसभा चुनाव के परिणाम आने के बाद भाजपा को प्रदेश में प्रचंड जीत मिली हैं। वहीं सीएम के चेहरे को लेकर भी भाजपा में सियासी हलचल तेज़ हैं। ऐसे में नीमच जिले में एक वायरल ऑडियो ने इस हाड़ कंपा देने वाली सर्दी में सियासत के बाजार में गर्माहट पैदा कर दी हैं। यह वायरल ऑडियो प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्व सुंदरलाल पटवा के भाई सम्पतलाल पटवा और मनासा सीट से भाजपा के उम्मीदवार विधायक अनिरुद्ध माधव मारु के चुनाव संचालक के बिच वार्तालाप का हैं। उक्त वायरल ऑडियो की वॉइस ऑफ़ एमपी पुष्टि नहीं करता हैं।
वायरल ऑडियो में सम्पत पटवा मारु के चुनाव संचालक नरेंद्र से बातचीत कर रहे हैं। ऑडियो में सम्पत पटवा, माधव मारु को हराने के लिए कह रहे हैं। साथ ही पंडित दीनदयाल की बातों का हवाला देते हुए कह रहे हैं कि अगर पार्टी गलत प्रत्याशी को टिकिट देती हैं तो कार्यकर्ता को उम्मीदवार को हराकर अपना कर्तव्य पूरा करें। पटवा ने मारु पर कई आरोप लगाए। वहीं चुनाव संचालक ने जब राष्ट्रवाद को लेकर वोट देने की बात कही तो पटवा ने कहा कि यह चुनाव स्थानीय हैं, जब लोकसभा चुनाव होगा तब मोदी को देखकर वोट देंगे।
पटवा ऑडियो में आगे कह रहे हैं कि भाजपा ने जिले की तीनो सीटों पर दागदार उम्मीदवार उतारे हैं। मारु ने 250 बीघा गौशाला की जमीन अपने नाम कर दी। जब तक मारु नहीं हारेगा तब तक कोई नेक और अच्छा उम्मीदवार नहीं आएगा। मारु पिछली बार 02 करोड़ में टिकिट लाया था और अब 08 करोड़ में टिकिट लाया हैं तो अब 80 करोड़ का घोटाला करेगा। मारु को जिताना मतलब पाप का भागीदार बनना हैं। पटवा ऑडियो में आरोप लगाया कि मारु ने कार्यकर्ताओं का कभी भला नहीं किया हैं। सन 1967 और 1972 में सुंदरलाल पटवा को मारु परिवार ने चुनाव हरवाया था। मंगल पटवा, राधेश्याम लढ़ा को चुनाव हराने का काम मारु ने किया हैं। इनके कुकर्म के कारण भाजपा कई बार मनासा में हारी हैं। ये पार्टी के भक्त नहीं हैं। इसलिए आदमी देखो, पार्टी अपनी जगह हैं।
वहीं इस वायरल ऑडियो को लेकर मनासा से नवनिर्वाचित विधायक माधव मारु से वॉइस ऑफ़ एमपी ने बात की तो उनका कहना हैं कि जो व्यक्ति कह रहा हैं कि मैं टिकिट खरीदकर लाया हूँ, मतलब उनका आरोप सीधा संगठन पर हैं। उन्हें सबसे पहले पार्टी छोड़ना चाहिए फिर आरोप लगाना चाहिए। वो पार्टी से बड़े नहीं हैं। जिस परिवार को भारतीय जनता पार्टी और जनसंघ ने शीर्ष स्थान पर बैठाया उनके द्वारा ऐसी अनर्गल बाते करना उचित नहीं हैं। जी लोगो को दुकाने बंद हुई हैं उन्हें तकलीफ हो रही हैं। कार्यकर्ता इनके रैकेट से बाहर निकला हैं। ऑडियो की जानकारी आई हैं तो भाजपा संगठन को अवगत कराऊंगा। जमीन के कब्जे के आरोप भी गलत हैं। वो जमीन मेरी पैतृक हैं। इन्होने मेरे खिलाफ चुनाव में षडयंत्र किया और भाजपा कार्यकर्ताओं को फोन लगाकर कांग्रेस को वोट देने की बात कही।