नीमच। प्रधानमंत्री मोदी और उनकी सरकार को सच से बहुत डर लगता है। सरकार न तो सच बोलती है, न ही सच बोलने वालों को बर्दाश्त करती है। मोदी सरकार सच को सिर्फ दबाती है और जनता से छिपाती है।
उक्त आरोप लगाते हुए कांग्रेस नेत्री बंसल ने बताया कि प्रधानमंत्री आठ महीने से जल रहे मणिपुर पर कुछ नहीं बोलते, वहां के लोगों का दुख दर्द सुनने के लिए एक बार भी उनके पास नहीं जाते| सरकार को सच से इतना डर लगता है कि वह बेरोजगारी के सरकारी आंकड़े जारी करना बंद करवा देती है, क्योंकि CMIE की रिपोर्ट के अनुसार बेरोजगारी दर 10.05 फीसदी पर पहुंच चुकी है, जो कि पिछले 3 साल में सबसे अधिक है।
रेलवे ने आरटीआई में बताया कि रेलवे स्टेशनों पर प्रधानमंत्री मोदी के सेल्फी वाली स्टैचू की कीमत 6.25 लाख है, उसके बाद से सरकार ने रेलवे आईटीआई के नियम और कड़े कर दिए, जिससे कि सच बाहर ना आ सके।
आज देश में महंगाई , बेरोजगारी, भुखमरी और महिलाओं के प्रति अपराध चरम पर हैं। मगर प्रधानमंत्री को इन सब मुद्दों पर एक शब्द भी बोलने की फुर्सत नहीं है। हाल ही में प्रधानमंत्री संसदीय क्षेत्र वाराणसी में IIT BHU की छात्रा के साथ रेप का मामला सामने आया जिसमें भाजपा के नेता शामिल थे और उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की गई, ऐसा ही बिलकिस बानो के केस में भी देखने को मिला जिसमें केंद्र सरकार ने बलात्कारियों को सजा से बचने के लिए एड़ी से छोटी का जोर लगा दिया। NCRB के आंकड़ों के अनुसार पिछले वर्ष देश में 4.30 लाख से भी ज्यादा महिला अपराध हुए जिसमें की उत्तर प्रदेश महिला अपराध के मामले में नंबर एक पर है, यानी हर 1 घंटे में 50 से ज्यादा महिलाओं के साथ वारदात होती है।
सच को छुपाने के लिए और असली मुद्दों से ध्यान भटकने के लिए भाजपा अपने धार्मिक प्रोपेगेंडा का इस्तेमाल करती है, और इस प्रोपेगेंडा में भाजपा का आईटी सेल व्हाट्सएप यूनिवर्सिटी एवं कुछ इलेक्ट्रॉनिक गोदी मीडिया के माध्यम से जनता में डर का वातावरण उत्पन्न करती है, झूठ का वातावरण उत्पन्न करती है।
सरकार नहीं चाहती है कि उसकी नाकामियों पर चर्चा हो, प्रधानमंत्री नहीं चाहते हैं कि उनकी असलियत देश जानें, क्योंकि भाजपा सरकार की असलियत केवल भ्रष्टाचार, नफरत, झूठ, भेदभाव और प्रोपेगेंडा है।