रतलाम। राम गुरु की जय जयकार३ राम गुरु का है संदेश३व्यसन मुक्त हो सारा देश के नारों से प्रभात फेरी को गूंजयमान किया। अवसर था आचार्य श्री रामलाल जी मसा की 72वीं जन्म जयंती के उपलक्ष्य में साधुमार्गी जैन संघ रतलाम के तत्वाधान में निकाली गई प्रभात फेरी का।
प्रभात फेरी समता सदन घास बाजार से प्रारंभ होकर अनेक मार्गों से होते हुए समता भवन गोपाल गौशाला पहुंची। पुरुष सफेद एवं महिला केसरिया परिधान में प्रभात फेरी में शामिल हुई। समता भवन में उपस्थित श्रावक-श्राविकाओं द्वारा रमेश चालीसा का पाठ किया। शासन दीपक हेमंत मुनि जी मसा, ब्रह्मऋषि जी मसा एवं महासतिवर्याओ से जिनवाणी का लाभ लिया।
प्रवचन में आचार्य श्री रामेश के जीवन व संयम पथ के बारे में बताया कि कथनी व करनी जिसके जीवन में अंतर नहीं होता वह विरले होते हैं। इस भौतिक चकाचोंद व आडंबर की दुनिया में भी संयम को धारण करके संसार के हर प्राणी मात्र के कल्याण का उपदेश देना उनके जीवन को भी निर्मल बना देना यह आचार्य श्री की सरलता है।
सभा मे साथ संघ के सुदर्शन पिरोदिया, पंकज मूणत, किरण चंडालिया, बहुमंडल से सोनाली गोरेचा, प्रिती मूणत, प्रतिभा कटारिया, इशिता चोपड़ा आदि ने अपने भाव रखें। संघ के प्रीतेश गादिया ने बताया कि आचार्य श्री की जयंती पर पांच-पांच सामायिक एकाशन व कई धार्मिक क्रियाओ का आयोजन किया। जिसमें कई श्रावक क्षाविकाएं सम्मिलित हुए।
प्रभात फेरी का आयोजन संघ के सुदर्शन पिरोदिया, दशरथ बाफना, बाबूलाल सेठिया, चंदन पिरोदिया, कपूर कोठारी, मदनलाल कटारिया, हिम्मत कोठारी, कांतिलाल छाजेड़, सुशील गोरेचा, निर्मल लूनिया, विकास छाजेड़, संजय कोठारी, ललित कोठारी, प्रीतेश गादिया व समता युवा संघ के पंकज मूणत, पवन गोरेचा के मार्गदर्शन में हुआ।
महिला मंडल से किरण चंडालिया, सुधा बोहरा, बहु मंडल से सोनाली गोरेचा, रिंकू कोठारी, बालक मंडल से ऋषभ मूणत, जय बाफना आदि उपस्थित रहे। साथ ही कई समाजजनों ने भाग लिया। कार्यक्रम का संचालन दशरथ बाफना ने किया।