छतरपुर। बागेश्वर धाम में गुरूपूर्णिमा महोत्सव के दौरान सिद्धपीठ टेंट गिरने से एक श्रद्धालु की मृत्यु हो गई थी। घटना से आहत होकर महाराज ने न केवल सभी सांस्कृतिक कार्यक्रम स्थगित कर दिए थे बल्कि हादसे के दिन धाम को मिलने वाली चढ़ोत्तरी मृतक के परिवार को देने की बात कही थी। महाराज के वादे के अनुसार उस दिन चढ़ोत्तरी में आई 7 लाख 68 हजार 840 रूपए की दान राशि मृतक की पत्नि सहित परिजनों को ग्रामीणों की उपस्थिति में घर जाकर सौंप दी गई।
जानकारी के मुताबिक उप्र के बस्ती जिला अंतर्गत परशुरामपुर थाना क्षेत्र के ग्राम नंदनगर चौरी निवासी श्यामलाल कौशल अपनी बेटी और दामाद के साथ बागेश्वर धाम पीठाधीश्वर पं. धीरेन्द्र कृष्ण शास्त्री के जन्मोत्सव और गुरूपूर्णिमा महोत्सव में शामिल होने आए थे। तीन जुलाई को दर्शन करने जाने के वक्त मूसलाधार बारिश होने से पास में ही लगे टेंट के नीचे खुद को बचाने के लिए खड़े हो गए तभी बारिश के साथ तेज हवा चलने से टेंट का एक पोल निकलकर श्यामलाल कौशल के ऊपर गिर गया जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए थे उनकी बेटी सौम्या सहित अन्य लोगों को भी चोटें आयीं थीं। सभी घायलों को तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया लेकिन श्री कौशल की मृत्यु हो गई थी। जब बात महाराजश्री तक पहुंची तो उन्होंने दिवंगत श्रद्धालु के बारे में गहरा शोक व्यक्त करते हुए उस दिन की चढ़ोत्तरी मृतक के परिवार को बतौर सहायता देने की बात कही थी। बागेश्वर धाम समिति सदस्य आकाश अग्रवाल सहित दिवंगत श्रद्धालु श्री कौशल के गांव नंदनगर अपने साथियों सहित पहुंचे जहां सरपंच अंजनी देवी के पति दिनेश कुमार सहित अन्य ग्रामीणों की उपस्थिति में चढ़ोत्तरी की राशि मृतक की धर्मपत्नि निर्मलादेवी के खाते में पहुंचा दी।
गरीब परिवार के लिए हुई बड़ी मदद
मृतक श्रद्धालु के पड़ोसी नंदलाल गुप्ता ने कहा कि परिवार गरीबी से जूझ रहा है। श्यामलाल कौशल बर्तन की दुकान के माध्यम से परिवार का भरण-पोषण करते थे उनके जाने के बाद परिवार पर आर्थिक संकट आ गया था लेकिन महाराजश्री ने जो सहयोग किया है वह अविष्मरणीय है। महाराजश्री का हम सब पर आशीर्वाद बना रहे उनके सहयोग से परिवार फिर से खड़ा हो सकेगा।
जो सहयोग मिला उसकी कल्पना नहीं थी
मृतक श्रद्धालु की बेटी सौम्या कौशल ने कहा कि वह स्वयं अपने पिता के साथ बागेश्वर धाम गई थी। उनके पिताजी हादसे का शिकार हो गए। उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि इतनी भीड़ में उनकी बातें महाराजश्री तक पहुंच पाएंगी। लेकिन सोशल मीडिया के माध्यम से बाद में जानकारी मिली कि बागेश्वर महाराज ने गहरा दुख जताते हुए एक दिन की चढ़ोत्तरी देने की घोषणा की है। बागेश्वर धाम से आए सदस्यों ने महाराजजी का वादा पूरा किया और उनकी मां को राशि भेंट की है। परिवार सहित समूचे गांव ने महाराजश्री के लिए प्रार्थना की है कि वे स्वस्थ रहें और जनकल्याण करते रहें।