मंदसौर। कलेक्टर अदिती गर्ग ने जिले के नागरिकों से अपील की है कि वे स्क्रब टाइफस जैसी गंभीर बीमारी से बचाव के लिए विशेष सावधानियां बरतें। उन्होंने कहा कि स्क्रब टाइफस एक संक्रामक रोग है जो संक्रमित माइट (कीट) के काटने से होता है। समय पर इलाज नहीं मिलने पर यह बीमारी गंभीर रूप धारण कर सकती है, किन्तु सतर्कता और समय पर चिकित्सा परामर्श से इसका पूर्णतः उपचार संभव है।
कलेक्टर ने की आम नागरिकों से अपील-
कलेक्टर ने कहा कि “सावधानी और सतर्कता ही स्क्रब टाइफस से बचाव का सबसे बड़ा उपाय है। समय पर जाँच और इलाज से यह बीमारी पूरी तरह ठीक हो सकती है। सभी नागरिक सतर्क रहें, बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें तथा किसी भी लक्षण के प्रकट होते ही तुरंत चिकित्सक से संपर्क करें। कलेक्टर ने कहा कि हाल ही में इस रोग से जुड़े मामले सामने आए हैं, इसलिए प्रत्येक नागरिक को जागरूक रहना अत्यंत आवश्यक है।
उन्होंने आमजन से अपील की कि वे स्क्रब टाइफस से बचाव के लिए आवश्यक सावधानियां रखे-
1. जंगल, खेत या घास-फूस वाले क्षेत्रों में जाते समय पूरी बाँहों के कपड़े और जूते अवश्य पहनें।
2. शरीर पर किसी भी प्रकार का काला निशान, दाने या असामान्य घाव दिखे तो तुरंत चिकित्सक को दिखाएँ।
3. घर-आँगन और आसपास की झाड़ियों, घास और गंदगी की नियमित सफाई करें।
4. बच्चों व बुज़ुर्गों को खुले मैदान, घास या झाड़ियों में बैठने-खेलने से बचाएँ।
5. मच्छर-किलनी और कीट भगाने वाली दवाओं का उपयोग करें।
6. खेतों में काम करने वाले किसान, पशुपालक एवं मजदूर विशेष सतर्कता रखें।
7. ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले लोग अपने घर के आसपास चूना और फिनायल का छिड़काव करें।
चिकित्सकीय परामर्श-
इस रोग के लक्षणों में तेज़ बुखार, सिरदर्द, शरीर पर चकत्ते, थकान तथा शरीर पर काले धब्बे दिखाई देना शामिल है। ऐसे लक्षण दिखने पर तत्काल नज़दीकी स्वास्थ्य केंद्र, प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र या जिला अस्पताल से संपर्क करें। देर करने पर बीमारी गंभीर रूप धारण कर सकती है।