देवास। ग्रामीण विकास विभाग भारत सरकार के सचिव नागेन्द्र नाथ सिन्हा ने वीडियों कांफ्रेंसिंग के माध्यम देवास जिले में ग्रामीण विकास के लिए किये जा रहे विभिन्न कार्याे की जानकारी ली। वीडियो कांफ्रेंसिंग के दौरान एनआईसी कक्ष देवास में कलेक्टर चन्द्रमौली शुक्ला, सीईओ जिला पंचायत प्रकाश सिंह चौहान, अपर कलेक्टर महेन्द्र सिंह कवचे, डीपीएम शीला शुक्ला सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
वीडियो कांफ्रेंसिंग में कलेक्टर शुक्ला ने बताया कि जिले में 7 हजार 39 स्व सहायता समुह है। जिसमें 74 हजार से अधिक महिलाओं को जोडा गया है। जिले में 14 हजार से अधिक स्व सहायता समूह की महिलाओं की सालाना आय एक लाख रूपये से अधिक है। ग्रामीण विकास के लिए बांस उत्पादन के लिए स्व सहायता समूह की महिलाओं को जोडा गया है। जिले के 65 से अधिक स्व सहायता समूह 700 से अधिक महिलाओं को वन विभाग, राजस्व विभाग व मनरेगा से समन्वय कर ‘’एक जिला एक उत्पाद’’ अंतर्गत बांस उत्पादन कार्य में संलग्न किया है, ये महिलायें 1350 से अधिक एकड़ भूमि पर बांस उत्पादन का कार्य कर रहीं है, वर्तमान में मजदूरी आधारित कार्य करने वाली ये बहनों को पांच वर्ष पश्चात एक लाख रूपये से अधिक सालाना आय सिर्फ बांस उत्पादन से होगी। 200 से अधिक महिलायें प्राकृतिक खेती की तरफ अग्रसर हो सुरजना वाडी, बांस की वाड़ी, थाई अमस्ट की वाड़ी, लगाकर उन्नत खेती की तरफ आगे बढ रही है। 08 हजार से अधिक महिलाओं ने व्यावसायिक सब्जी उत्पादन से अपनी आय वृद्धी कर आर्थिक सक्षमता की और प्रयास शुरू किये हैं।