उज्जैन। कलेक्टर आशीष सिंह ने सोमवार 7 नवम्बर को समयावधि पत्रों की समीक्षा बैठक के बाद स्वास्थ्य विभाग एवं सम्बन्धित सहयोगी विभागों के अधिकारियों की बैठक ली। बैठक में मीजल्स रूबेला का निर्मूलन करने के लिए सहयोगी जिला पंचायत, शिक्षा, आईसीडीएस, आदिम जाति कल्याण, महिला एवं बाल विकास विभाग आदि उपस्थित थे। कलेक्टर ने उपस्थित अधिकारियों को निर्देश दिये कि वे मीजल्स रूबेला के निर्मूलन हेतु सहयोग एवं समन्वय के लिए कार्य किया जाये। बैठक में जिला अधिकारी स्वास्थ्य, डॉ.केसी परमार, डीआईओ, डॉ.अभिषेक सर्वेलेन्स मेडिकल ऑफिसर, डब्ल्यू एचओ, डॉ.सुनीता परमार, जिला क्षय अधिकारी, जिला अधिकारी, महिला एवं बाल विकास विभाग, जिला शिक्षा अधिकारी, बीएमओ, एवं शहरी संस्थाओं के मेडिकल ऑफिसर उपस्थित थे ।
उल्लेखनीय है किस्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय नई दिल्ली की अध्यक्षता में गत 9 एवं 10 मई को आयोजित बैठक में लिये गए निर्णयानुसार मीजल्स रूबेला का निर्मूलन दिसम्बर 2023 तक किये जाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। मीजल्स रूबेला का निर्मूलन हेतु 1 से 7 नवम्बर तक घर घर हेडकाउण्ट सर्वे किया जा रहा है जिसमें 9 माह से 5 वर्ष तक के बच्चे (14 फरवरी 2022 तक जन्में) बच्चों का एम0आर0-1 एवं 2 से छूटे हुए समस्त बच्चों का सूचीकरण किया जाकर ड्यूलिस्ट तैयार की जाना है तथा 14 से 19 नवम्बर 2022 तथा 19 से 24 दिसम्बर 2022 तक विशेष टीकाकरण सत्र आयोजित कर उनका पूर्ण टीकाकरण किया जाएगा ।
मीजल्स रूबेला का निर्मूलन करने के लिए एम.आर.टीके की प्रत्येक खुराक (प्रथम एवं द्वितीय) 95 प्रतिशत हितग्राहियों को लगना आवश्यक है एवं यह उपलब्धि सख्त बनाये रखना तथा फील्ड में मीजल्स रूबेला वायरस महामारी को फेलने से रोकना अनिवार्य है ।