नीमच। जिला प्रशासन नीमच एवं प्रोजेक्ट मिशन मुक्ति कार्यक्रम के संयुक्त तत्वावधान में गुरूवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष नीमच में कलेक्टर मयंक अग्रवाल, एसपी सूरज कुमार वर्मा, एडीएम नेहा मीना की उपस्थिति में बांछडा समुदाय की बालिकाओं, महिलाओं को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने, उनके संरक्षण, संवर्धन एवं सशक्तिकरण के लिए एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। प्रारंभ में कलेक्टर मयंक अग्रवाल, एसपी सूरज कुमार वर्मा, एडीएम नेहा मीना ने मां सरस्वती के चित्र पर मार्ल्यापण एवं दीप प्रज्जवलित कर कार्यशाला का शुभारंभ किया। तत्पश्चात विभिन्न स्वयं सेवी संस्थाओं के प्रतिनिधियों ने अतिथियों का स्वागत किया। जिला महिला एवं बाल विकास अधिकारी संजय भारद्धाज ने कार्यशाला आयोजनों के उदेश्यों पर प्रकाश डाला और कार्यक्रम की रूपरेखा प्रस्तुत की।
सामाजिक कार्यकर्ता आकाश चौहान ने कार्यशाला की विस्तृत जानकारी प्रस्तुत करते हुए बांछडा समुदाय की विभिन्न समस्याओं, सामाजिक परम्पराओं के बारे में बताते हुए नीमच जिले में एक पुर्नवास केन्द्र स्थापित करने का सुझाव दिया। स्वयं सेवी संस्थाआंे उडान की प्रतिनिधि ने संस्था द्वारा बांछडा समुदाय के विकास, उत्थान एवं उन्हें समाज की मुख्य धारा से जोड़ने के लिए संचालित गतिविधियों के बारे में पॉवर प्रजेंटेशन के माध्यम से विस्तार से अवगत कराया तथा समाज की महिलाओं के आर्थिक उत्थान के लिए स्व रोजगार के साधन उपलब्ध कराने पर जोर दिया। साथ ही संस्था द्वारा आगामी दिनों में प्रस्तावित गतिविधियों के बारे में भी बताया। सोनम ने मानसिक स्वास्थ्य एवं कॉउन्सिलिंग से संबंधित प्रजेन्टेशन दिया अैर मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
कार्यशाला में कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने कहा कि समाज को मुख्य धारा में लाने के लिए हर संभव प्रयास किये जायेंगे। समुदाय के जरूरतमंद छात्र-छात्राओं को छात्रावासों में प्रवेश दिलाने एवं समाज की बालिकाआंे एवं महिलाओं की काउंसिलिग कर आगे बढने के अवसर प्रदान किये जायेंगे।
पुलिस अधीक्षक सूरज कुमार वर्मा ने कहा कि बांछडा समुदाय को समाज की मुख्य धारा में लाने के लिए प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष सहयोग के लिए हमारे कार्यालय सदैव खुले हैं। समस्याओं के समाधान के हर सम्भव प्रयास किये जाएंगे।
एडीएम नेहा मीना ने सामाजिक कुरीतियों में बदलाव के लिए युवाओं को जागरूक करने की बात कही। उन्होंने कहा कि समाज को शिक्षा, स्वास्थ्य की सुविधा देने पर भी कार्य किया जायेगा। बालिकाओं को पुर्नवास केन्द्र की सुविधा के प्रयास किए जाएंगे। इस अवसर पर कार्यशाला में उपस्थितजनों महिला एवं बालिकाओं ने भी अपने अनुभव सांझा किए।