नीमच। जिले में सभी आंगनवाड़ी केंद्रों में ठिंगनेपन एवं दुबलेपन वाले सभी बच्चों और उनके अभिभावकों, माता-पिताओं की आंगनवाड़ी केंद्रों में अगले दो मंगल दिवस पर सुपोषण संबंधी काउंसलिंग की जाए। सेम एवं मेम श्रेणी के बच्चों के स्वास्थ्य सुधार के लिए एस.ओ.पी. बनाकर, उसका पालन करवाएं। टी.एच.आर.के परिवहन की व्यवस्था को ओर अधिक सुदृढ़ एवं बेहतर बनाए, जिससे कि आंगनवाड़ी केंद्रों में समय पर टेकहोम राशन की उपलब्धता हो सके। नाश्ता व भोजन प्रदान करने वाले स्व सहायता समूहों का लंबित भुगतान तत्काल जारी करें। यह निर्देश कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने सोमवार को कलेक्टोरेट सभाकक्ष नीमच में जिला पोषण समिति की बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग की योजनाओं और कार्यक्रमों की प्रगति की मासिक समीक्षा बैठक में जिला कार्यक्रम अधिकारी, सभी सीडीपीओ को दिए।
बैठक में जिला पंचायत सीईओ अमन वैष्णव, जिला कार्यक्रम अंकिता पण्ड्या,सभी सीडीपीओ, सेक्टर सुपरवाईजर व अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में कलेक्टर चंद्रा ने महिला एवं बाल विकास विभाग के सभी अधिकारियों, सुपरवाईजरों को निर्देश दिए, कि सभी आंगनवाड़ी केंद्रो में सेम एवं मेम श्रेणी के बच्चों की प्रोफाईल का रजीस्टर अनिवार्य रूप से संधारित किया जाना सुनिश्चित करें। इस पंजी में सेम एवं मेम श्रेणी के बच्चों के स्वास्थ्य संबंधी सम्पूर्ण जानकारी, उपचार एवं फालोअप, एन.आर.सी. में भर्ती होने आदि समस्त जानकारी दर्ज की जाए। कलेक्टर ने सभी सेक्टर सुपर वाईजरों को निर्देश दिए, कि वे सभी आंगनवाड़ी केंद्रों का सघन निरीक्षण करें। आंगनवाड़ी केंद्र समय पर खुले, कार्यकर्ता और सहायिका बच्चों को आंगनवाड़ी केंद्र लेकर आए। हर आंगनवाड़ी में बच्चों और उनकी माताओं की अच्छी उपस्थिति हो और उन्हें अच्छी गुणवत्ता का भोजन प्रदान किया जाए। कलेक्टर ने कहा, कि आंगनवाड़ी केंद्रो में बच्चों की मेजरिंग का कार्य निर्धारित मापदण्डों के अनुरूप हो।
बैठक में कलेक्टर ने टी.एच.आर.वितरण में 60 प्रतिशत से कम प्रगति वाली सुपरवाईजर को कारण बताओं नोटिस जारी करने, निम्न प्रगति वाली चार सेक्टर सुपरवाईजर की दो-दो वेतनवृद्धि रोकनेतथा मनासा, जीरन व कुण्डालिया की सेक्टर सुपर वाईजर को अच्छी प्रगति पर प्रशस्ति पत्र प्रदान करने के निर्देश भी जिला कार्यक्रम अधिकारी को दिए। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी आरके खद्योत, डीईओ एसएम मांगरिया, डीपीसी दिलीप व्यास भी उपस्थित थे।