भोपाल। मध्यप्रदेश विधानसभा में पिछले दो दिन से जारी हंगामा बहुत शांति से थम गया। सरकार के खिलाफ कांग्रेस द्वारा लाया गया अविश्वास प्रस्ताव सदन में लंबी और ऐतिहासिक चर्चा के बाद गिर गया। बुधवार को जब यह प्रस्ताव सदन में लाया गया था, तब देर रात 12.36 बजे तक इस पर चर्चा हुई थी। गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने लगातार ढाई घंटे बोलकर कांग्रेस के आरोपों पर जवाब दिया।
उन्होंने कहा कि वल्लभ भवन दलालों का अड्डा बन गया था, यह ऑन रिकॉर्ड कह रहा हूं। वहां बैठकर कौन-कौन पैसे गिनते थे। कितने पैसे बाद में इनकम टैक्स के छापे में बरामद हुए। एक्स सीएम का वीडियो वायरल हुआ। शिवराज बोले- हमारी सरकार किसी की मेहरबानी पर नहीं बनी। मप्र का विकास मेरे जीवन का संकल्प है, हम जिएंगे मप्र के लिए, मरेंगे तो मप्र के लिए। शिवराज ने सिलसिलेवार ढंग से कांग्रेस के पांच महापाप भी गिनाए। प्रस्ताव पर कांग्रेस के 31, भाजपा के 8 विधायक और 8 मंत्रियों ने पक्ष रखा। इसी के साथ दोपहर करीब 1 बजकर 20 मिनट पर ध्वनिमत से अविश्वास प्रस्ताव नामंजूर हो गया और सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई।