मंदसौर। केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो, नीमच एवं जावरा के अधिकारियों की एक संयुक्त टीम ने ग्राम बबरेचा तहसील एवं जिला मंदसौर में तलाशी अभियान चलाकर क्षेत्र में फैली अफीम पोस्त की फसल की अवैध खेती को नष्ट किया।
प्राप्त जानकारी के अनुसार सीबीएन को विशिष्ट खुफिया जानकारी प्राप्त हुई कि ग्राम बबरेचा तहसील एवं जिला मंदसौर के एक सीपीएस अफीम किसान ने भी अपने बाड़ा के अंदर अवैध अफीम पोस्ता की फसल की खेती की थी, जो गांव बबरेचा के बाहरी इलाके में 15 फीट ऊंची दीवारों और लोहे के गेट से घिरा हुआ था। तहसील एवं जिला मंदसौर के साथ सीपीएस लाइसेंस के तहत उगाए गए उनके वैध खेती वाले क्षेत्र सहित, सीबीएन नीमच के अधिकारियों की टीमों को 17 जनवरी 2023 को भेजा गया और कहा गया कि किसान के खेत का सत्यापन किया जाए। उसके बाद मौके पर गए अधिकारियों ने सत्यापन किया तो 578 वर्ग मीटर क्षेत्रफल वाली अवैध खेती पाई गई।
केएनके उद्यानिकी महाविद्यालय के वैज्ञानिक द्वारा ग्राम पटवारी की भूमि के स्वामित्व के सत्यापन एवं उगाई गई फसल की पैपेवर सोमेनिफेरम एल के रूप में चिन्हित किये जाने के पश्चात अवैध अफीम पोस्त के पौधों को जब्त कर जब्त किया गया एवं मौके पर ही नमूने (अफीम पोस्त के पौधे) लिये गये। राजस्व विभाग द्वारा इस आशय से जारी गजट अधिसूचना दिनांक 23 दिसम्बर 2022 के अनुपालन में क्षेत्राधिकारी न्यायिक मजिस्ट्रेट की उपस्थिति में जब्त अफीम के पौधों को रोटावेटर माउंटेड ट्रैक्टर की मदद से अधिनियम की धारा 48 के तहत नष्ट कर दिया गया। अफीम की खेती करने वाले को एनडीपीएस एक्ट की संबंधित धाराओं के तहत गिरफ्तार किया गया। आगे की जांच चल रही है।