भवानीमंडी। रविवार को भारत विकास परिषद द्वारा भवानीमंडी में सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट आनंदपुर, एवं सद्गुरु सेवा संस्थान झालावाड़ के सहयोग से नेत्र जांच एवं शल्य चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया। जिसके माध्यम से 62 मरीजों का निशुल्क मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया जाएगा।
भारत विकास परिषद के सचिव ओमप्रकाश गुप्ता एवं नेत्रदान प्रभारी कमलेश दलाल ने बताया कि नेत्र जांच एवं शल्य चिकित्सा शिविर का शुभारंभ भारत माता के चित्र पर दीप प्रज्वलन करके किया गया। कार्यक्रम मे सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट के डॉक्टर अभिषेक सुमन, परिषद के संरक्षक धर्मचंद गोटावाला, एवं परिषद अध्यक्ष मनोज अग्रवाल मंचासीन रहे। शिविर में भारी तादाद में मरीजों की भीड़ उपस्थित थी, जिसमें अधिकांश मरीज दूरदराज के गांवों से आए थे, शिविर में 183 मरीजों की आंखों की जांच की गई, इसमें से 62 मरीजों को मोतियाबिंद ऑपरेशन के लिए चयनित किया गया, जिन्हें बस के द्वारा आनंदपुर ले जाया गया, जहां सद्गुरु सेवा संस्थान के चिकित्सालय में इनका मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया जाएगा एवं ऑपरेशन करवा कर इन्हें वापस भवानीमंडी लाया जाएगा।
इस शिविर में परिषद के रीजनल सेक्रेटरी कमल सुरेका, शाखा संरक्षक धर्मचंद गोटावाला, गोविंद भराड़िया, प्रांतीय संगठन मंत्री ओम चतुर्वेदी, अध्यक्ष मनोज अग्रवाल, सचिव ओम पोरवाल, शिविर प्रभारी, महेश शर्मा, उमाशंकर पोरवाल, शाखा समन्वयक जितेंद्र गर्ग, दिनेश गुप्ता, राजेश खंडेलवाल, श्याम चौधरी, सीताराम नवाल, दामोदर शुक्ला, रमेशचंद गुप्ता, प्रमोद नागोरी, सुमित छाबड़ा, गंगा गुप्ता, कमलेश दलाल आदि सदस्य उपस्थित हुए।
परिषद के शिविर प्रभारी महेश शर्मा एवं उमाशंकर पोरवाल के अनुसार भारत विकास परिषद पिछले 11 वर्षों से सद्गुरु सेवा संघ ट्रस्ट आनंदपुर, विदिशा के सहयोग से भवानीमंडी में प्रतिमाह अंतिम रविवार को निशुल्क मोतियाबिंद चिकित्सा शिविर का आयोजन करती है। बीपी, शुगर इत्यादि की जांच करने के बाद चयनित मोतियाबिंद ऑपरेशन योग्य मरीजों को बस द्वारा संस्थान के आनंदपुर (मध्यप्रदेश) स्थित नेत्र चिकित्सालय में ले जाकर वहां पर दक्ष डॉक्टर्स के द्वारा मोतियाबिंद का ऑपरेशन किया जाता है। यह इस श्रंखला का 105 वां कैंप आयोजित हुआ है, जो कि पूरे जिले में किसी संस्था के द्वारा सबसे बड़ा आयोजन है। अभी तक इन शिविर के माध्यम से 27048 मरीजों की निशुल्क आंखों की जांच करके रिकॉर्ड 8631 मरीजों का निशुल्क मोतियाबिंद का ऑपरेशन करवाया जा चुका है।