मंदसौर। जिले के पिपलिया मंडी की महिलाओं ने दिनांक 28 फरवरी को कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर पिपलिया मंडी के व्यापारियों और गार्ड के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया और कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा।
आरती खारोल ने बताया कि हमारी समस्या कि हम सभी महिलाए पिपलिया मंडी प्रांगण में खुली मजदूरी कर अपना परिवार चला रहे हैं। हम सभी महिलाए किसानों कि लहसुन को साफ कर उसके एवज में किसान हमे हमारी मेहनत के पैसे देते हैं जिससे हमारा गुजारा चलता है। मगर पिपलिया मंडी के व्यापारियों का कहना है कि खुली मजदूरी का कोई नियम नहीं है, आप सभी महिलाओं को हमारे गोदाम पर मजदूरी कर सकते हो।
महिलाओं ने बताया कि व्यापारियों के गोदाम पर मजदूरी करने पर देर रात तक काम कराया जाता है और सिर्फ 240 रुपए प्रति दिन के देते हैं। काम ज्यादा और पैसे कम जबकि कलेक्टर रेट के हिसाब से काम के पैसे न देकर हमारा शोषण किया जा रहा हैं। मण्डी के सिक्योरिटी गार्ड द्वारा हम महिलाओं को मण्डी प्रांगण से धक्के मारकर और हमारी सुपडी छीन कर बाहर निकाल दिया गया। एक महीने से हम दो वक्त की रोजी रोटी के लिए इधर उधर भटक रहे हैं। आज हम सभी महिलाए एकत्र होकर आई और कलेक्टर को इस संबध में अवगत कराया और ज्ञापन सौंपा।