चित्तौड़गढ़। प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय प्रताप नगर सेवा केंद्र पर गुलजार दादी जी की द्वितीय दिव्य पुण्यतिथि मनाई गई। मधुर दीदी ने बताया कि गुलजार दादी अपनी अल्पायु में है नव वर्ष की आयु में ब्रम्हाकुमारी सेवा केंद्र पर अपनी माता जी के साथ आई थी। बहुत ही शीतल और मृदुभाषी की उनका जीवन बहुत सरल था मिलनसार थे दादी जी सबका ह्रदय मोह लेने वाली हृदय मोहिनी दादी थे। उन्होंने बताया कि गुलजार दादी का जीवन सादगी पूर्णता था पे सदा ईश्वरी चिंतन में मगन रहा करती थी। कम बोलना पसंद करती थी दादी जी को देखकर सभी को परमात्मा की याद आती थी ऐसा था दादी का व्यक्तित्व। उन्होंने अपने जीवन हो परमात्मा की याद से सफल कर लाखों आत्मा को परमात्मा मिलन कराया परमात्मा मिलन क्या होता है यह हम सब ने अनुभव किया। उन्होंने बताया की दादी जी सदा सदा अथक रही। उनके चेहरे पर कभी थकावट नहीं देखी सदा उनका चेहरा प्रसन्नता से भरपूर रहता था। जब हम परमात्मा को याद करते हैं तो प्यारे दादी जी का चेहरा मुस्कुराता निर्मल देखने में आता है ऐसे महसूस होता है। जैसे आज भी वह हम सबके बीच में हैं और परमात्मा मिलन करा रही है। इसके लिए हमें स्वयं को सक्षम आकारी फरिश्ता स्वरूप मैं स्थित होकर परमात्मा को याद करते हैं तो हम भी एक अनुभव करते हैं कि दादी जी आज भी हम सभी ब्राह्मणों के बीच में है । वह हम बच्चों को ब्रह्मा बाप समान संपन्न संपूर्ण बनाकर अपने साथ ले जाएंगे। सभी ने प्यारे दादाजी को पुष्प अर्पित किए और परमात्मा को भोग शिकार कराया। कार्यक्रम में उपस्थित बैंक से रिटायर बीके बालकिशन भाई रेलवे कर्मचारी मनोज गुप्ता गिर्राज भाई सुभाष पुरोहित भगवती भाई गीताबेन बेला बहन अनीता बहन सरिता बहन मंजु बहन रामकन्या बहन एवं आदित्य सीमेंट से सुधा बहन उपस्थित थे।