चित्तौड़गढ़। तेरापंथ महिला मण्डल द्वारा तेरांपथ सभा भवन में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस का आयोजन किया गया। मंत्री ऋतु सुराणा ने बताया कि मुख्य अतिथि महावीर महिला मंडल की निवर्तमान अध्यक्ष मनोरमा अजमेरा थी। अध्यक्षता तेरापंथ महिला मंडल की अध्यक्ष प्रीति ढीलीवाल ने की। जबकि विशिष्ठ अतिथि ब्रह्मकुमारी दीदी शिवली बहन, मधु बहन रहे। निशिका ढीलीवाल, श्वेता ढीलीवाल, मंजू श्रीमाल, सुमित्रा श्रीमाल, मोनिका भंडारी ने प्रेरणा गीत के साथ कार्यक्रम की शुरूआत की। अध्यक्ष प्रीति ढीलीवाल ने अतिथियों का साहित्य व उपरना ओढ़ाकर स्वागत किया तथा सभी को अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की शुभकामनाएं दी।
इस अवसर पर जन साधारण को सुरक्षा प्रदान करते हुए अपने क्षेत्र में दक्षता हासिल करते हुए महिला जगत की सुरक्षा का दायित्व अपने कंधों पर लेने वाली सीआई सुशीला खोईवाल को प्रेरणा सम्मान से सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में शिवली दीदी ने द पावर ऑफ साईलेन्स विषय पर अपने विचार रखते हुए बताया कि शरीर व आत्मा दोनों अलग अलग है। शांति हमारी आत्मा का धर्म है। अपने जीवन का रिमोट कंट्रोल अपने पास रखना है तभी आप शांति से जीवन जी पाएंगे। साईलेन्स यानि मन को स्थिर रखना, शांत रखना व उर्वर होना। जब भी आप गुस्से में हो या निराश हो, अपने रिश्ते को बचाना हो और आपके बोलने से किसी को कष्ट हो तो आप चुप रहिये, मौन में बहुत बड़ी शक्ति है। आप कुछ समय दिन में मौन रहे। स्वयं के साथ समय बिताएं।
मुख्य अतिथि मनोरमा अजमेरा, उषा रांधड़, शशि सनाढ्य, तेजा नाहर, विमला सेठिया, सुनिता सिसौदिया, अंगूरबाला भड़कत्या, लक्ष्मी पोखरना, ऋतु भोजवानी, सीमा भंडारी, सीता भराड़िया, रेखा पोखरना, जयमाला आदि का उपरना ओढ़ाकर स्वागत किया गया।
ननद-भाभी का रिश्ता कैसा हो इस कार्यशाला पर प्रीति ढीलीवाल, उमा सुराना, स्नेहा ढीलीवाल, डॉ. प्रियंका ढीलीवाल, रेखा ढीलीवाल ने रिश्ते की अहमियत बताई। शोभादेवी सखवाया, सोना बहन ने विचार, तालमेल तथा ऋतु पोखरना, किंजल डूंगरवाल ने परिवार में प्रेम सहयोग से हर कार्य आसानी से हो विषय पर विचार व्यक्त किये। जैन विद्या परीक्षा के प्रमाण पत्र वितरित किये गये। संचालन उपाध्यक्ष अंकिता श्रीमाल ने किया, आभार सुमित्रा श्रीमाल ने व्यक्त किया।