दुनिया में हर बड़ी उपलब्धि की शुरुआत बेहद छोटे रूप में ही होती आयी है ये कुदरत का दस्तूर है। ठीक इसी तरह वॉइस ऑफ़ एमपी की शुरुआत भी 2009 में बेहद छोटे रूप में हुयी थी। तब मोबाईल पर एसएमएस के माध्यम से ब्रेकिंग न्यूज़ दी जाती थी, फिर वक्त बदला और वॉइस ऑफ़ एमपी की वेबसाईट बनी, फिर गूगल पर न्यूज़ एप्प जो इस समय करीब एक लाख मोबाइल पर डाउनलोड है। इसके बाद वॉइस ऑफ़ एमपी यूट्यूब पर आया, जिसका सब्सक्रिप्शन करीब एक लाख 70 हज़ार है, फिर वॉइस ऑफ़ एमपी का चौबीस घंटे का चैनल आया जो यूट्यूब और केबल नेटवर्क पर चलता है। इसी कड़ी में वॉइस ऑफ़ एमपी का शाम का ई - पेपर शुरू हुआ जो हर दिन दो हज़ार वाट्सएप्प ग्रुपांे के माध्यम से आम लोगों तक पहुंचता है।
वॉइस ऑफ़ एमपी के रिपोर्टर आज एमपी के 45 जिलों से खबरे भेजते है और राजस्थान के करीब दो दर्जन जिलों में वॉइस ऑफ़ एमपी के रिपोर्टर काम कर रहे हैं। यूं कहा जाए तो अतिश्योक्ति नहीं होगी की आज मालवा और मेवाड़ में वॉइस ऑफ़ एमपी आम लोगों के दिलो की धड़कन बन चुका है।
वॉइस ऑफ़ एमपी की पहचान सामाजिक सरोकार की पत्रकारिता के नाम पर है। वहीं खबरों की विश्वसनीयता में डिजिटल प्लेटफार्म पर वॉइस ऑफ़ एमपी नंबर 1 पर माना जाता है। मालवा - मेवाड़ में कई घटनाक्रम ऐसे हुए जिसको वॉइस ऑफ़ एमपी ने सबसे पहले उठाया और उसके बाद वह खबर नेशनल मीडिया की सुर्खिया बनी और यहीं कारण है कि वॉइस ऑफ़ एमपी की खबरों को सरकार भी गंभीरता से लेती है, जिसका ताजा उदाहरण कमलेश शेखावत का है, जिसके इलाज के लिए मुख्यमंत्री हाउस से सीएम शिवराज सिंह चौहान की धर्मपत्नी साधना सिंह ने सीधे प्रशासन को फोन कर कमलेश शेखावत को आर्थिक मदद देने के निर्देश दिए और उन्होंने कहा कि मुझे इसका पता वॉइस ऑफ़ एमपी की खबर से चला।
वॉइस ऑफ़ एमपी अब अपने वीवर्स और पाठकों तक नए कलेवर में पहुंचेगा, जिसकी तैयारी टेक्नीकल टीम पिछले एक महीने से कर रही थी। जैसा की सब जानते हैं कि किसानांे का दर्द हो या फिर दलित प्रताड़ना के मामले वॉइस ऑफ़ एमपी पीड़ित, शोषित तबके की खबरे प्रमुखता से उठाता आया है। इसलिए कलेवर ज़रूर बदलेगा पर तेवर वही रहेंगे।
वॉइस ऑफ़ एमपी आज जिस मुकाम पर पहुंचा है उसके पीछे मजबूत डेस्क और मैदान में जांबाज़ रिपोर्टर्स की दमदार टीम एक प्रमुख कारण है जो पल पल का अपडेट अपने पाठकों और वीवर्स तक पहुंचाते हैं। आगामी सोमवार यानी 17 अप्रैल से आपका अपना वॉइस ऑफ़ एमपी आपको नए कलेवर में दिखेगा। आपसे अनुरोध है कि यदि आपने वॉइस ऑफ़ एमपी के यूट्यूब चैनल को सब्स्क्राइब नहीं किया है तो अभी करें और वॉइस ऑफ़ एमपी के न्यूज़ एप्प को गूगल प्लेस्टोर से डाउनलोड ज़रूर करें, ताकि आपको हर ब्रेकिंग सबसे पहले मिल सके। आपने वॉइस ऑफ़ एमपी को जो प्यार दिया है। उसके लिए बाबजी नेटवर्क प्राइवेट लिमिटेड दिल की गहराइयों से आभार मानता है और यह भरोसा दिलाता है कि हम आने वाले समय में यूं ही आम जनता की आवाज़ बनते रहेंगे।