भोपाल। मध्यप्रदेश में इन दिनों झुलसाने वाली गर्मी पड़ रही है। ज्यादातर शहर भट्टी की तरह तप रहे हैं। लेकिन दो दिन बाद इस भीषण गर्मी से कुछ राहत मिलने के आसार नजर आ रहे हैं। मौसम विभाग ने इसके संकेत भी जारी कर दिए हैं।
वैज्ञानिकों ने बताया कि वेस्टर्न डिस्टर्बेंस (पश्चिमी विक्षोभ) के एक्टिव होने से प्रदेश के ग्वालियर, रीवा-चंबल संभाग में 16 से 20 मई के बाद गरज-चमक के साथ हल्की बूंदाबांदी हो सकती है। बाकी जगह गर्मी के तेवर तीखे ही रहेंगे। खासकर मालवा-निमाड़ खूब तपेंगे। यहां तापमान 44 डिग्री के आसपास रह सकता है। भोपाल-नर्मदापुरम संभाग में भी गर्मी का असर देखने को मिलेगा।
सबसे गर्म रहा खरगोन-
खरगोन में शनिवार दिन का तापमान 46 डिग्री तक पहुंच गया था। यहां ये बीते 7 साल में सबसे ज्यादा तापमान दर्ज हुआ। पिछले साल 10 मई को खरगोन का पारा 45.8 डिग्री रिकॉर्ड हुआ था। खरगोन, पाकिस्तान के नवाबशाह, सिबी शहर और सऊदी अरब के दम्मम के बाद दुनिया में चौथा सबसे गर्म शहर दर्ज हुआ।
ग्वालियर-चंबल संभाग में छाए हल्के बादल-
रविवार को प्रदेश के उत्तरी इलाके ग्वालियर-चंबल संभाग में हल्के बादल छाए। बाकी जगह मौसम साफ रहा। ग्वालियर, चंबल और रीवा संभाग में 16 से 20 मई के बीच बूंदाबांदी और गरज-चमक की स्थिति बन सकती है। बाकी जगह मौसम शुष्क ही रहेगा। वर्तमान में एक वेस्टर्न डिस्टर्बेंस एक्टिव है, लेकिन उसका ज्यादा असर नहीं है। एक और वेस्टर्न डिस्टर्बेंस है, जो काफी नीचे रहेगा। इस कारण एक बार फिर मौसम का मिजाज बदलेगा।