खनियाधाना। उप स्वास्थ्य केंद्र का अनुविभागीय दंडाधिकारी आईएएस अरविंद शाह द्वारा विगत दिवस औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान एसडीएम शाह ने बताया कि कुछ न्यूज़ पेपर तथा लोगों की ओर से शिकायतें की जा रही थी कि उप स्वास्थ्य केंद्र खनियाधाना में मरीज अव्यवस्थाओं के चलते अधिक संख्या में नहीं पहुंच रहे हैं। साथ ही उप स्वास्थ्य केंद्र पर व्यवस्था ठीक नहीं है। जिस पर एसडीएम द्वारा उप स्वास्थ्य केंद्र खनियाधाना का औचक निरीक्षण किया गया। जिसमें निरीक्षण के दौरान उपस्थिति पंजी का अवलोकन में पाया गया कि उपलब्ध स्टाफ मैं से 6 कर्मचारी ड्यूटी से नदारद है, जिन्हें कारण बताओ नोटिस देने के निर्देश दिए। पुरुष शौचालय में गंदगी पाई गई, ड्यूटी चार्ट नोटिस बोर्ड रिक्त पाया गया, मेटरनिटी एवं आंतरिक वार्ड में संयुक्त शौचालय नहीं पाए गए। जिस पर एसडीएम शाह ने बीएमओ रोहित भद्कारिया को सुधार हेतु निर्देश दिए।
एसडीएम शाह ने बताया की मध्यप्रदेश शासन की मंशा के अनुसार तहसील स्तर पर उप स्वास्थ्य केंद्रों में सभी प्रकार की जांच एवं इलाज की सुविधा लोगों को मिल सके इसके लिए तमाम मल्टीपल जांच मशीनें खनियाधाना उप स्वास्थ्य केंद्र में उपलब्ध करवाई गई हैं। अतः मरीज पूर्णतः निशुल्क जांचें। सुविधाओं और इलाज का लाभ लेने के लिए अधिक से अधिक संख्या में पहुंचे। शासन द्वारा मेडिकल हाउस एट हब के माध्यम से उप स्वास्थ्य केंद्र खनियाधाना में 34 प्रकार की जांच सुविधाएं एवं 11 प्रकार की अन्य मेडिकल टेस्ट सुविधाएं जो जिला मैं मिलती थी अब खनियाधाना उप स्वास्थ्य केंद्र में ही उपलब्ध की गई है! साथ ही बीएमओ को निर्देश दिए की आशा कार्यकर्ता ,एएनएम एवं अन्य जमीनी स्तरीय कार्यकर्ता मरीजों को उप स्वास्थ्य केंद्र पर आने के लिए आग्रह करें ! उन्हें सुविधाओं का लाभ दिलवाने के लिए प्रेरित करे ! जिससे स्वास्थ्य संबंधी सुविधाएं का लाभ मरीजों द्वारा तहसील खनियाधाना स्तर पर सुविधाओं का लाभ आसानी से लिया जा सके।
इस हेतु शासन द्वारा तमाम आधुनिक यंत्रों की उपलब्धता कराई गई है। ब्लड संबंधी 34 प्रकार की निशुल्क मेडिकल जांच उप स्वास्थ्य केंद्र में की जा रही हैं। साथ ही आए हुए मरीजों को मैनुअली कार्ड के द्वारा 11 प्रकार की जांच सुविधाएं पूर्णत निशुल्क उपलब्ध कराई जा रही एसडीएम के औचक निरीक्षण के दौरान बीएमओ को जांच कर प्रतिवेदन देने के लिए आदेश किया गया। वही लापरवाह कर्मचारियों को नोटिस जारी किया गया एवं अस्पताल की कार्यप्रणाली मैं सुधार करने हेतु निर्देश दिए गए ।