नीमच। शहर में इन दिनों कुत्तों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है। गली-मोहल्लों व प्रमुख मार्गों पर इन कुत्तों का झुंड विचरण करता आसानी से देखा जा सकता है, जो बुजुर्गों व बच्चों पर हमला भी कर रहा है। पूर्व में कुत्तों के हमले से घायल होकर कई लोग अस्पताल पहुंच चुके हैं। बावजूद अब तक नगर पालिका के जिम्मेदार अधिकारी व जनप्रतिधि इस जटिल समस्या का समाधान नहीं कर पा रहे हैं। वर्तमान में कुत्ता पकड़ों अभियान का असर भी शहर में कहीं दिखाई नहीं दे रहा है।
स्कीम नं. 34 में गाड़ियों को बना रहे हैं निशाना-
शहर के वार्ड क्रं. 30 के अंतर्गत आने वाले स्कीम नं. 34 क्षेत्र में भी कुत्तों का आतंक है। यहां अंधेरा होते ही कुत्तों का झुंड रोड पर आ जाता है। फिर नागरिकों के घरों के दरवाजे बंद होते ही बाहर रखे दो पहिया व चार पहिया वाहनों को निशाना बनाता है। क्षेत्रीय रहवासी दीपक ने बताया कि मैं शुक्रवार रात को दुकान से घर लौटा था। दो पहिया वाहन घर के बाहर ही खड़ा किया था। सुबह जब पुनः दुकान जाने के लिए गाड़ी देखी तो उसकी पूरी सीट फटी हुई थी। यह सिर्फ मेरे साथ नहीं कॉलोनी के करीब 60 से अधिक लोगों के साथ हो चुका है। नगर पालिका के जिम्मेदारों को कई बार शिकायत कर चुके हैं। बावजूद अब तक किसी ने भी ध्यान नहीं दिया-
बच्चों व बुजुर्गों पर कर रहे हमला-
शहर के वार्ड क्रं. 30 के ही रहवासी राजेश ने बताया कि क्षेत्र में कुत्तों की संख्या अधिक है। ये कुत्ते झुंड बनाकर मुख्य मार्ग पर विचरण करते हैं। कॉलोनी के बच्चों व बुजुर्गों पर भी हमला कर चुके हैं। वहीं वाहन चालकों के पीछे भी भागते हैं, जिससे आए दिन दुर्घटनाएं हो रही है। मैं खुद इन कुत्तों का शिकार हो चुका हूं। कई बार जिम्मेदारों को शिकायत की, लेकिन कोई असर नहीं हुआ।
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जिम्मेदारों के बोल- अभियान में पशु प्रेमी रोड़ा
वार्डवासियों की इस समस्या को लेकर जब वॉईस ऑफ एमपी की टीम ने क्षेत्रीय पार्षद कुसुम जोशी के प्रतिनिधि अशोक जोशी से संपर्क किया तो उनका कहना है कि शहर में कुत्ता पकड़ों अभियान युद्ध स्तर पर चल रहा था। लेकिन जब नपा की टीम शहर के विभिन्न क्षेत्रों में पहुंचती है तो पशु प्रेमी कार्रवाई का विरोध करते हैं। कल भी नपा की गाड़ी से करीब 30 कुत्तों को पशु प्रेमियों ने पुनः छुड़वा दिया।
वहीं इस संबंध में वॉईस ऑफ एमपी की टीम ने नवागत सीएमओ महेंद्र वशिष्ठ से भी संपर्क किया। उन्हें वार्डवासियों की इस समस्या से अवगत कराया तो उनका कहना है कि पशु प्रेमियों की वजह से कार्रवाई नहीं कर पाते हैं। मैं स्वयं कलेक्टर महोदय से इस समस्या के समाधान के लिए स्वीकृति लूंगा। स्वीकृति मिलते ही युद्ध स्तर पर अभियान चलाकर नागरिकों की समस्या का समाधान किया जाएगा।