मंदसौर। शहर की कृषि मण्डी के पास स्थित स्मृति बेंक से व्यापारी की आंखो मे मिर्ची डालकर रुपये से भरा बेग छिनने का प्रयास करने वाले आरोपीयो को गिरफ्तार करने मे थाना वायडी नगर पुलिस को सफलता मिली है। आरोपी चमक दमक की जिंदगी जीने के शौकीन थे। अय्याशी के लिए वारदात को अंजाम दिया था।
दिनांक 06 जून 23 को कृषि मण्डी व्यापारी अरविंद पिता सुजानमल बोथरा 58 साल निवासी सांकेत नगर मंदसौर के साथ दोपहर करीब 02.30 बजे अपनी मोटर साईकिल से अकेला स्मृति बेंक कृषि मण्डी से व्यापार के लिए 20 लाख रुपये निकालकर बेग में रखकर बैंक के बाहर अपनी मोटरसाईकिल के पास आया इतने मे पीछे से एक अज्ञात व्यक्ति ने फरियादी की आंखो मे लाल मिर्च पाउडर डाल दिया तथा फरियादी के हाथ मे से 20 लाख रुपये से भरा बेग छिनने की कोशिश की लेकिन फरियादी के द्वारा बेग को मजबूती से पकडने के कारण वह सफल नही हो पाया और चिल्लाचोट होने पर अज्ञात आरोपी गांधीनगर की तरफ भाग गया। घटना की सूचना व्यापारी ने पर से थाना वायडी नगर थाने पर दी। जिसके बाद थाने पर अपराध क्रमांक 250/23 धारा 393 भादवि का कायम कर विवेचना में लिया गया।
पुलिस से प्राप्त जानकारी के अनुसार वरिष्ठ अधिकारियो के मार्गदर्शन मे निरीक्षक जितेन्द्र पाठक थाना प्रभारी थाना वायडी नगर, सायबर सेल प्रभारी निरीक्षक जितेन्द्र सिसोदिया, निरीक्षक अमित सोनी थाना कोतवाली ने अलग-अलग टीमो का गठन किया गया। टीमो द्वारा तकनीकी विश्लेषण व मुखबिर तन्त्र की सहायता से घटना के हर एक पहलू पर बारीकी से कार्य किया जा रहा था। वरिष्ठ अधिकारियो के द्वारा घटना स्थल के अवलोकन पश्चात निर्देशित किया था कि आसपास के क्षेत्र शहर के आगम व निर्गम पर फोकस करते हुए सभी सीसीटीवी कैमरो के फुटेज चेक किये जाये जिस पर करीबन 100 कैमरो के फुटेज चेक किये गये। घटना स्थल के आसपास के दुकानदारों चाय नाश्ते की दुकान पर की गई पूछताछ के आधार पर आरोपियों की तलाश लगातार जारी थी। अज्ञात आरोपीयो की हर संभव तलाश की जा रही थी। व्यापारी से गहनता से चर्चा की गयी तथा घटनास्थल के आसपास क्षेत्र के जो सीसीटीवी फुटेज खंगाले थे, उसमे मिले सूत्र के आधार पर तलाश को दिशा दी गयी।
मंदसौर शहर के विभीन्न स्थानो के सीसीटीवी फुटेज देखे गये जिसमें अज्ञात आरोपीयो का हुलिया, कपडे एवं मोटरसाईकिल ज्ञात हुई। जिनके फोटोग्राफ्स विभिन्न व्हाट्सअप ग्रुपो मे पोस्ट किये गये तथा मंडी क्षेत्र में काम करने वाले हम्मालो व्यापारियों को भी फोटो दिखाए गए जिस तरफ आरोपी घटना करने के बाद भागा था उधर आमजन व चाय, पान की दुकानों पर पूछताछ की गई जो वहां से एक मोटरसाइकिल से इनका निकलना ज्ञात हुआ बिना नंबर की सीडी डीलक्स हीरो मोटरसाइकिल जिसमें डिक्की लगी हुई है। इस घटना में उन्हें लगातार पूछताछ के आधार पर यह तथ्य पाया कि इस तरह के एक लड़के 500 क्वार्टर के आसपास देखे गए हैं जो 500 क्वार्टर के आसपास रहने वाले पूर्व आरोपियों और किरायेदारों के संबंध में तस्दीक की गई लोगो को फोटोग्राफ्स दिखाये गये। जिसमें ज्ञात हुआ कि एक कमरा लेकर कुछ लडके किराए पर रहते हैं जहां लोगों का आवागमन बना रहता है। उस बिंदु पर विस्तार से जांच की गयी तो मानपुरा निवासी सौरभ शुक्ला तथा पिपरिया निवासी पंकज सिंह का घटना में संदिग्ध होना ज्ञात हुआ तथा सीसीटीवी मे आये हुलिये की एक मोटरसाइकिल एक मकान के बाहर खड़ी मिली जो उस मकान की तलाशी ली गयी तो पंकज और सौरभ बैठे हुए मिले। जिनसे मनोवैज्ञानिक ढंग से पूछताछ की तो उन्होने अपना पूरा नाम सौरभ पिता लोकेश शुक्ला उम्र 19 वर्ष निवासी भुवनेस्वरी माता जी के मंदिर के पीछे मानपुरा थाना सीतामऊ जो एमआईटी में बीए टूरिज्म एंड हॉस्पिटेलिटी, सेकंड ईयर में अध्ययनरत है तथा पंकज सिंह पिता दशरथ सिंह उम्र 19 वर्ष ग्राम खखरई थाना पिपलिया मंडी जो एमआईटी में बीए टूरिज्म एंड हॉस्पिटेलिटी सेकंड ईयर में अध्ययनरत होना बताया। उन्होंने बताया कि सेदरामाता थाना सीतामउ निवासी ललित पिता सुरेश राठौर जो जिसके पिता सीतामउ मण्डी मे काम करते है ललित का भी मण्डी आना जाना लगा रहता है उसने व्यापारियो को बडी रकम के साथ आते-जाते देख रखा था। वेब सिरीज मे लक-दक जीवन शैली से प्रभावित होकर गाडी खरीदने, घूमने फिरने और महंगे कपडे, मोबाईल लेकर ऐश का जीवन जीने की चाह रखते थे।
आरोपीगण शाहिद कपूर की वेब सीरीज फर्जी से प्रभावित थे ओर लेविश लाईफ जीने के लिये तीनो ने लूट की करने की योजना बनाई थी। ललित ने घटना स्थल की रेकी की थी और टारगेट आईडेंटिफाई किया था। आरोपीगण फीस जमा करने कृषि मण्डी के पास स्मृति बेंक आते-जाते रहते थे। इसी दौरान उन्होने देखा कि यहां व्यापारी बडी रकम लाते ले जाते है। घटना को अंजाम देने के पहले दो-तीन दिन बेंक आना जाना कर रेकी की और ललित राठोर ने बेंक मे जाकर देखा था कि व्यापारी पैसा निकालने आया है तब तक आगे की चाय की दूकान पर पंकज और सौरभ मोटरसाईकिल से उसका इंतजार कर रहे थे, जहां ललीत ने जाकर ईशारे से बताया कि व्यापारी अकैला है तथा उसकी मोटरसाईकिल ईशारे से बतायी की जैसे ही व्यापारी आयेगा उसे टारगेट करना है। पंकज सिंह जाकर बेंक के पास आड मे खडा हो गया तथा जैसे ही व्यापारी बाहर आकर मोटरसाईकिल पर रुपयो से भरा बेग टांगने लगा तभी पंकज ने अपने घर से लायी लाल मिर्ची उसकी आंखो मे झोंक दी और बेग छिनने का प्रयास किया। व्यापारी द्वारा चिल्लाने पर वह डरकर भागा और चाय की दूकान के पास खडे सौरभ शुक्ला के साथ मोटरसाईकिल से भाग गया। पूछताछ पर पंकज ने बताया कि उसकी 10 बीघा की पेतृक खेती है तथा सौरभ की 04 बीघा की पेतृक खेती होने के बावजूद अय्याशी करने के उद्देश्य से उक्त घटना को अंजाम देना चाहा।
पुलिस ने आरोपी सौरभ निवासी भुवनेस्वरी माता जी के मंदिर के पीछे मानपुरा थाना सीतामऊ और पंकज सिंह निवासी ग्राम खखरई थाना पिपलिया मंडी को गिरफ्तार किया है। फरार आरोपी ललित पिता सुरेश राठौर निवासी सेदरामाता थाना सीतामउ की तलाश जारी है।
उक्त कार्यवाई में निरीक्षक जितेंद्र पाठक थाना वायडी नगर, निरीक्षक जितेंद्र सिसोदिया प्रभारी साइबर सेल, निरीक्षक अमित सोनी थाना शहर कोतवाली मंदसौर, उप निरीक्षक विनय बुंदेला, उनि रितेश नागर, प्रधान आरक्षक अर्जुन सिंह, प्रआर विनोद नामदेव, प्रआर अमित मिश्रा, प्रआर दिनेश धाकड, प्रधान आरक्षक आशीष बैरागी साइबर सेल, आरक्षक मनीष सायबर, आरक्षक हरीश, आरक्षक शोकिन, आर भुपेन्द्र सिंह, आर विमल सांकला, आर पुष्कर धनगर, आरक्षक भानु प्रताप, आरक्षक जितेन्द्र टांक, आरक्षक मोहित, आरक्षक नरेंद्र सिंह, आरक्षक मुकेश धाकड़, आरक्षक पुष्कर इत्यादि की महत्वपूर्ण भूमिका रही।