इंदौर | भू-माफिया दीपक मद्दा उर्फ दिलीप सिसोदिया के खिलाफ तिलक नगर पुलिस ने शुक्रवार को धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है। इसमें मद्दा की अध्यक्षता वाली संस्था त्रिशला गृह निर्माण सहकारी संस्था मर्यादित के दो सदस्य जयेंद्र बम और रवि बम भी सह आरोपी हैं। इन्होंने आईडीए की स्कीम-140 के एक प्लॉट को फर्जी दस्तावेजों से हड़प लिया। आज इसकी कीमत 60 लाख रुपए से अधिक है। मद्दा पर जमीन धोखाधड़ी का ये 9वां केस दर्ज हुआ है।
तिलक नगर पुलिस के मुताबिक चाणक्यपुरी निवासी सिद्धार्थ पोखरना ने शिकायत दर्ज कराई थी। सिद्धार्थ का पीपल्याहाना स्थित आईडीए की स्कीम-140 में एक प्लॉट था। संस्था सदस्य रहते उन्होंने साल 2000 में खरीदा था। बाद में वे अमेरिका चले गए। संस्था अध्यक्ष व अन्य पदाधिकारियों से बीच-बीच में संपर्क कर प्लॉट की रजिस्ट्री के लिए बात की, लेकिन सभी आईडीए से विवाद की जानकारी देकर टालमटोल कर जाते थे।
सूची में सिद्धार्थ को अपना नाम नहीं मिला
2016-17 में पता चला सिद्धार्थ संस्था सदस्य नहीं हैं। उनके सदस्यता क्रमांक की जगह किसी कमलेश जैन का नाम दर्ज है। ये कमलेश जैन दीपक मद्दा का भाई है जो पुष्पविहार कॉलोनी की मजदूर पंचायत संस्था में दर्ज हुए फर्जीवाड़े के प्रकरणों में भी आरोपी है। जांच के बाद पुलिस ने संस्था अध्यक्ष दीपक मद्दा, जयेंद्र बम और रवि बम के खिलाफ केस दर्ज किया है।
क्राइम ब्रांच ने भी दर्ज किया था केस
मद्दा पर ये 9वां धोखाधड़ी का केस दर्ज हुआ है। आरोपी पर एमआईजी, खजराना थाने में श्रीराम गृह निर्माण संस्था, देवी अहिल्या सोसायटी, मजदूर पंचायत गृह निर्माण संस्था में भी धोखाधड़ी के कई प्रकरण दर्ज हैं। हला में 3 अप्रैल 2023 को कल्पतरु संस्था में हुए घपले में भी मद्दा पर क्राइम ब्रांच ने केस दर्ज किया है, जिसमें वह जेल में है। ईडी भी मद्दा पर कार्रवाई कर चुकी है।